मुंबई : पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने बीते शुक्रवार को 5 स्थानों पर तलाशी ली। बताया जा रहा है घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के सिलसिले में मेहुल ठाकुर और अन्य के परिसरों में तलाशी ली जा चुकी है। यह जानकारी ईडी के सूत्रों ने दी है। बताया जा रहा है वित्तीय जांच एजेंसी ने बीते शुक्रवार सुबह ठाकुर से जुड़े तीन स्थानों और चार्टर्ड अकाउंटेंट से जुड़े दो स्थानों पर तलाशी ली। जी दरअसल मेहुल ठाकुर विवा होम्स के मालिक और निदेशक हैं जो चिरायु समूह का एक हिस्सा है। इस बारे में ईडी के अधिकारी ने केवल इतना ही बताया है। खबर यह भी मिली है कि एजेंसी को कुछ लिंक मिले थे कि करोड़ों रुपए की राशि एचडीआईएल से विवा ग्रुप ट्रस्ट और कंपनियों को हस्तांतरित की गई थी, जिसे ठाकुर के परिवार के सदस्यों द्वारा नियंत्रित किया जाता है। आप सभी जानते ही होंगे कि इस महीने की शुरूआत में, ईडी ने शिवसेना के राज्यसभा सदस्य संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत से इस मामले में पूछताछ की थी। कब हुआ था घोटाले का खुलासा - PMC बैंक में फर्जी खातों के जरिए एक डेवलपर को 6500 करोड़ रुपए का कर्ज दिया गया था। उस दौरान इस घोटाले की जानकारी साल 2019 में रिजर्व बैंक को मिल गई थी। उसके बाद रिजर्व बैंक ने सितंबर 2019 में बैंक पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए थे। करीब 23 सितंबर 2019 से RBI का मोरेटोरियम लगा है और इसी के तहत बैंक के जमाकर्ताओं पर निकासी प्रतिबंध लगा है। वहीं RBI ने PMC बैंक के बोर्ड को भंग कर दिया था। 10वीं पास के लिए निकली वेकेंसी, जल्द करें आवेदन दिल्ली के बाइक सर्विस सेंटर में आग लगने से मचा कोहराम, लाखों का माल हुआ खाक जो बिडेन ने कनाडा के ट्रूडो और मैक्सिको के लोपेज ओब्रेडोर को किया फोन, जानिए क्यों