नई दिल्ली: देश में फैली वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में लागू किए गए लॉकडाउन से मुंबई की लाइफलाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेनों की सेवाएं 22 मार्च से सस्पेंड हैं। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इस सेवा के नवंबर से पहले आरंभ होने के आसार नहीं हैं। ट्रेन सेवाओं के स्थगित होने से यात्रियों में आक्रोश हैं और उन्होंने रेलवे स्टेशनों के बाहर विरोध प्रदर्शन भी किया। लोकल ट्रेनों द्वारा यात्रा की इजाजत देने की मांग को लेकर लगभग 300 नाराज यात्रियों ने सोमवार दोपहर विरार रेलवे स्टेशन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। यह घटना सुबह लगभग 11 बजे घटित हुई जब दफ्तर जाने वाले कर्मचारी स्टेशन के बाहर जमा हुए और उपनगरीय ट्रेन सेवाओं को फिर से आरंभ करने की मांग की है। हालांकि रेलवे प्रोटेक्शन पुलिस (RPF), गवर्नमेंट रेलवे पुलिस (GRP) और स्थानीय पुलिस कर्मियों द्वारा आधे घंटे के भीतर प्रदर्शनकारियों को शांत करवा लिया गया। इससे पहले 22 जुलाई को नालासोपारा में नाराज यात्रियों ने मांग की थी कि उन्हें लोकल ट्रेनों से यात्रा करने की इजाजत दी जाए। उस समय भी प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड तोड़ दिए थे और रेल सेवाओं को बाधित करने के लिए पटरियों पर जमा हो गए थे। वर्तमान में, आवश्यक सेवा कर्मी जो कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ रहे हैं केवल उन्हें मुंबई में उपनगरीय ट्रेनों द्वारा आवागमन की इजाजत है। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में क्या हुआ बदलाव ? यहाँ जानें आज के भाव सोने-चांदी के भाव में आई गिरावट, जानिए क्या है विशेषज्ञों की सलाह केरल बना भारत का सबसे साक्षर राज्य