मुंबई: दिवाली के मौके पर मुंबई के शिवाजी नगर में पटाखे फोड़ने पर विवाद इतना बढ़ गया और इस दौरान एक बार फिर से अपराध हुआ। जी दरअसल यहाँ 3 नाबालिगों ने 21 वर्षीय युवक को मौत के घाट उतार दिया। बताया जा रहा है शिवाजी पुलिस थाने के पास 3 नाबालिग लड़कों ने लात-घूंसे और चाकू मारकर हत्या कर दी। जी हाँ और इस मामले में मृतक का नाम सुनील शंकर नायडू बताया जा रहा है। यह मामला बीते सोमवार दोपहर करीब 2 बजे बिल्डिंग नंबर 15 B, नटवर पारेख कंपाउंड का है, जहां पटाखा फोड़ने को लेकर विवाद हुआ। कौन हैं ब्रिटेन के नए भारतीय PM ऋषि सुनक, जिन्होंने UK में रचा इतिहास इस मामले में पुलिस का कहना है कि, दोपहर 12 साल का लड़का कांच की बोतल में पटाखा फोड़ रहा था, जिसे सुनील नायडू ने मना किया और वहां से भगा दिया। उसके बाद 12 साल का नाबालिग लड़का अपने एक 15 साल के भाई और 14 साल के दोस्त को लेकर आया और सुनील नायडू से मारपीट करने लगा। तीनों ने मिलकर पहले लात-घूंसे से खूब मारा, और उसके बाद चाकू निकाला और सुनील पर वार कर दिया। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया और यह देखने के बाद स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से घायल सुनील को राजावाड़ी अस्पताल में भर्ती कराया गया। बैकलेस ब्लाउज..मल्टी-कलर ड्रेस में शहनाज़ ने ढाया कहर हालाँकि यहाँ पर उसकी मौत हो गई। अब इस मामले में शिवाजी पुलिस ने दो नाबालिग लड़कों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है, जबकि तीसरे बच्चे की तलाश जारी है। मृतक सुनील नायडू के शव को राजावाड़ी अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। बताया जा रहा है कांच की बोतल में पटाखा फोड़ने वाले 12 वर्षीय लड़के का नाम आकाश मंडल है। वहीं आकाश के भाई का नाम विकास मंडल (15) है और 14 साल के दोस्त के दोस्त का नाम विकास शिंदे है। इन्ही तीनों ने सुनील नायडू को मौत के घाट उतार दिया। कोहली की निंदा करने वालों पर फूटा ब्रेट ली का गुस्सा, कहा- "लीजैंड हैं वो..." पटाखा फोड़ने पर 6 महीने की जेल से नहीं डरे दिल्लीवाले, खूब की आतिशबाजी जानिए कैसे कोयला मजदूर का बेटा बना क्रिकेट की दुनिया का हीरा