हैरिस शील्ड ट्रॉफी में 546 रनों की पारी खेलकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाकर विश्व पटल पर छाने वाले पृथ्वी शॉ ने अपने पर्दापण रणजी पैच में शतकीय पारी खेलकर मुंबई को फाइनल में पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पृथ्वी ने पहली पारी में महज 4 रन ही बनाये थे और पहले ओवर में ही पवेलियन लौट गए थे लेकिन दूसरी पारी में पृथ्वी ने 152 गेंदों में शतक बनाया और 172 गेंदों का सामना कर 120 रनों की पारी खेली। मुंबई को चौथी पारी में जीत के लिए 251 रन बनाने थे, जिसे मुंबई ने मैच के पांचवें दिन गुरुवार को 4 विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया। चौथे दिन के स्कोर पांच रन से आगे खेलने उतरी मुंबई के लिए पृथ्वी शॉ ने प्रफुल के साथ 90 रनों की साझेदारी की। प्रफुल के आउट होने के बाद शॉ ने श्रेयस अय्यर के साथ दूसरे विकेट के लिए 91 रनों की साझेदारी कर टीम का स्कोर 181 तक पहुंचाया। अय्यर के आउट होने के बाद सूर्यकुमार यादव ने पृथ्वी के साथ टीम को जीत के मुहाने पर पहुँचाया लेकिन दोनों ही टीम के लिए विजयी रन नहीं बना सके. लक्ष्य से महज 5 रन पहले दोनों बलेबाजों के आउट होने के बाद मुम्बई के कप्तान आदित्य तारे और सिद्धेश लाड ने मुंबई के लीजिए विजयी रन बनाकर फाइनल में अपना स्थान पक्का किया जहां उनका मुकाबला गुजरात से होगा जो झारखण्ड को हराकर फाइनल में पहुंची है. फाइनल मुकाबला 10 से 14 जनवरी तक खेला जाएगा। टीम इंडिया की कप्तानी छोड़ने के बाद बोले सचिन वनडे और T20 कप्तानी से धोनी ने लिया सन्यास