हमेशा अपने बयानों के चलते सुर्खियों में रहने वाले मशहूर शायद मुनव्वर राणा ने हाल ही में एक बार फिर एक बयान दे डाला है जिसके चलते वह सुर्ख़ियों का हिस्सा बने हुए हैं। उन्होंने CAA प्रदर्शन पर सुप्रीम कोर्ट के आए फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। इसी के साथ उन्होंने हिजाब विवाद को लेकर भी एक मशहूर वेबसाइट से बातचीत की। सबसे पहले तो हम आपको यह बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा सीएए और एनआरसी पर भेजे गए वसूली के नोटिस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया था। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने तत्काल प्रभाव से नोटिस को वापस लेने का आदेश दिया है। ऐसे में इसी आदेश के बाद मुनव्वर राणा ने योगी सरकार पर चुटकी ली है। जी दरअसल हाल ही में उन्होंने कहा कि, 'जब यह सीएए और एनआरसी कानून बना था और लोग विरोध करना शुरू कर दिए, तब सरकार ने कहा कि अगर कोई बोले तो जुर्माना लगा दो, घर गिरा दो, कोई बोले तो उसे मार डालो, तो उस वक्त मैंने किसी चैनल पर कहा था कि अगर हर काम हुकूमत कर सकती है तो कम से कम अदालतों में स्कूल की बेंच लगा दी जाए ताकि बच्चे वहां पढ़ें और उनको फायदा हो।' इसी के साथ शायर मुनव्वर राणा हिजाब मसले पर भी अपनी बात रखते हुए कहा, 'कर्नाटक में जो हिजाब का मसला है, मुझे लगता है यह बेवजह की जिद है। जैसे कैरम बोर्ड में डबल और ट्रिपल शॉट कहा जाता है, जिसमें एक गोटी इधर, दूसरी गोटी उधर लेकिन निगाहें लाल गोटी पर होती हैं तो यह इसलिए हो रहा है क्योंकि उत्तर प्रदेश में और चार-पांच जगहों पर इलेक्शन हो रहा है ताकि इलेक्शन को डिस्टर्ब किया जा सके।' वहीं आगे उन्होंने कहा, 'दूसरी बात यह है कि हमारी केंद्र सरकार को यह सोचना चाहिए कि यह उसका काम है क्योंकि जो पहनावा है वह अलग-अलग होता है। कल को आप कह देंगे कि जो पंजाब की बेटियां हैं, जो दुपट्टा लेती हैं वह ना लें। ऐसे नहीं चल सकता है। वे आगे कहते हैं कि यह हमारा लिबास नहीं है, यह हमारी शर्म है, जिसे हम पहनते हैं। इसमें हिंदू मुसलमान की बात नहीं है। लड़कियां अपना मुंह छुपा लेती हैं।' शादी का झांसा देकर डेढ़ साल तक करता रहा यौन शोषण, जब विवाह की बात आई तो छोड़कर भागा बहन की लव मैरिज से नाराज़ था भाई, उठाया खौफनाक कदम कील से आँखें निकाली.. गले को जूतों से कुचला.., कानपुर में 10 वर्षीय मासूम के साथ दरिंदगी की हदें पार