कोविड-19 काल में पहले से परेशान जनता की जेब पर नगर निगम ने एक बार फिर प्रभाव डाला। निगम 1 अप्रैल से कचरा प्रबंधन शुल्क के साथ ही जलकर भी दोगुना किया जाने वाला है। जनता पर एक नया कर सीवरेज चार्ज के रूप में भी जारी किया जाने वाला है। अपर आयुक्त एस कृष्ण चैतन्य ने कहा निगम ने 2019-20 में कचरा प्रबंधन पर 204 करोड़ रुपए, पानी के संचालन और संधारण पर 302 करोड़ और सीवरेज के मेंटेनेंस पर 27 करोड़ रुपए खर्च किए। जिसके बदले मौजूदा रेट के हिसाब से नगर निगम को कचरा प्रबंधन शुल्क के 38 करोड़ रुपए और जलकर के 52 करोड़ रुपए दिए गए थे। निगम ने 5 गुना तक रेट बढ़ाए जाने की मांग के आधार पर ऑडिट रिपोर्ट बनाकर राज्य शासन को भेजा जा चुका है। गजट नोटिफिकेशन होने के उपरांत शासन से निगम को अधिकतम दोगुना तक रेट बढ़ाए जाने की मंज़ूरी दी जा चुकी है। नई दरों के हिसाब से रेट का प्रस्ताव बनाकर निगम प्रशासक व संभागायुक्त डॉ. पवन शर्मा के सामने पेश किया है। इसे उन्होंने स्वीकृति दे दी। अब 1 अप्रैल 2021 से नई दरें प्रभावी होने वाली है। जलकर का 60 प्रतिशत सीवरेज चार्ज: जंहा इस बात का पता चला है कि सीवरेज लाइन के मेंटेनेंस के लिए नई वाटर टैक्स राशि का 60% कर सीवरेज चार्ज के रूप में भी लिया जाने वाला है। यह कर पहली बार नगर निगम द्वारा लगाया जा रहा है। उपयोग प्रभार (प्रति माह) आवासीय 240 व्यवसायिक 900 औद्योगिक 1308 शासकीय-अर्धशासकीय 240 संपत्ति कर : 3 से 4 फीसदी असर: इंदौर में संपत्तिकर के तीन रेट जोन 6, 8 व 10 फीसद है। अगर किसी संपत्ति की ALV 6 से 36 हजार के मध्य है तो उस पर 6 प्रतिशत संपत्तिकर लगता है, ऐसे ही 36 से 60 के मध्य में होने पर 8 फीसद और 60 हजार से अधिक होने पर 10 प्रतिशत संपत्तिकर लगेगा। सेप्टेज मैनेजमेंट प्रभार भी, जहां लाइन नहीं; जहां सीवर लाइन नहीं है और सेप्टिक टैंक है, वहां अब सेप्टेज मैनेजमेंट चार्ज किया जाने वाला है। इसकी राशि वाटर टैक्स की 40 फीसद होने वाला है। जिसके अनुसार आवासीय और शासकीय के लिए 160 रुपए प्रतिमाह, व्यावसायिक के लिए 600 और औद्योगिक के लिए 872 रुपए प्रतिमाह चार्ज लिया जाएगा। फराह ने बॉलीवुड की इस मशहूर अदाकारा को दी गाली, फैंस हुए हैरान एक दिन में कोरोना से रिकॉर्ड 354 लोगों की मौत, सामने आए इतने केस भजन सम्राट अनूप जलोटा को फिर से हुआ प्यार, वीडियो हुआ वायरल