उत्तरप्रदेश: दिल्ली से सटे फरीदाबाद के गांव में कल बकरीद के अवसर पर म्यांमार के रोहिंग्या जनजाति के मुसलमानों के साथ मारपीट हुई है, इन मुसलमानो के साथ यह हाथापाई इसलिए हुई है क्योकि उन पर आरोप हैं कि वह भैंस काटने वाले थे, यह पीड़ित रोहिंग्या जनजाति पिछले 2 सालो से फरीदाबाद के मुंजेड़ी गांव में बतौर रिफ्यूजी की हैसियत से रह रहे है, फिलहाल पुलिस मामले की जाँच कर रही है. जहाँ एक तरफ पूरी दुनिया में ईद का जश्न मनाया जा रहा था, उसी बीच दिल्ली से सटे फरीदाबाद में रोहिंग्या जनजाति के मुसलमानों से मारपीट हुई है. वही इस घटना के बाद पीड़ितों ने मीडिया को बताया कि वह लोग ईद-उल-अजहा के मौके पर कुर्बानी देने के लिए दो भैंस खरीद कर लाए थे. तभी शुक्रवार को दो युवक वहां आए और उनसे भैंसों के बारे में पूछने लगे. उसके बाद उन दोनों युवको ने भैंसों को अपने साथ ले जाने की बात कही. तो पीड़ितों ने झगड़े से बचने के लिए उन युवको से कहा कि वह कल भैंसों को वापस कर देंगे. जिसके बाद युवक वापस चले गए फिर उसके बाद युवक ईद के दिन सुबह सुबह अपने 20 साथियो के साथ आये और उन्हें अचानक पीटना शुरू कर दिया. इतना ही नहीं हमलावरों ने उनसे ईद पर कुर्बानी के लिए लाई गईं भैंसों को भी छीन लिया. वही त्यौहार के दिन हुई इस तरह की घटना के बाद पीड़ित परिवार तुरंत पुलिस स्टेशन पंहुचा, और हमलावरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई.फ़िलहाल पुलिस मामले की जाँच कर रही है. जानिए क्या चल रहा है हमारे देश की राजनीती में, पढिये राजनीतिक पार्टी से जुडी ताज़ा खबरें बाइक सवारों ने की पुलिस पर फायरिंग मांस का टुकड़ा धर्मस्थल पर डालने के विवाद में गई एक की जान पीठ पर पिता को लादकर दर-दर इलाज के लिए भटकता रहा बेटा