लंदन: एशिया कप 2022 में खेले गए भारत-पाकिस्तान मुकाबले के बाद इंग्लैंड के लीसेस्टर शहर में हिंसा भड़क गई थी। अब इसके विरोध में कार्रवाई की माँग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हिंदुओं के समूह पर कट्टरपंथियों द्वारा फिर से हमला किए जाने का मामला सामने आया है। यही नहीं कट्टरपंथियों ने भगवा ध्वज का भी अपमान कर उसे नीचे गिरा दिया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस हफ्ते के अंत में लीसेस्टर शहर में एक बार फिर से हिंदुओं पर हमला हुआ है। बताया जा रहा है कि सैकड़ों कट्टरपंथियों की भीड़ ने हिंदुओं और उनके आसपास के घरों पर हमला किया। यह घटना शुक्रवार (16 सितंबर, 2022) देर रात की बताई जा रही है। मामले को शांत करवाने के लिए पुलिस को भी बल प्रयोग का सहारा लेना पड़ा। बता दें कि 28 अगस्त को भारत-पाक मुकाबले के बाद इसी इलाके से हिंदुओं पर हिंसक हमले की खबर सामने आई थी। इसके खिलाफ हिंदुओं का एक समूह कार्रवाई की माँग करते हुए प्रदर्शन कर रहा था। इसी दौरान उन पर हमला किया और शांतिपूर्ण प्रदर्शन को हिंसा में बदलने की कोशिश की गई। वहीं इस मामले में स्थानीय प्रशासन ने बताया है कि पुलिस बल बड़ी तादाद में मौके पर पहुँचे और इलाके में वापस शांति कायम करने की कोशिश की। पुलिस द्वारा बड़ी तादाद में लोगों की तलाशी ली गई और दो लोगों को हिरासत में लिया गया। इनमें से एक पर हिंसक अव्यवस्था की साजिश आशंका भी जताई जा रही है और दूसरे के पास ब्लेड जैसी वस्तु रखने के चलते उसे अरेस्ट किया गया है। पुलिस द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान में बताया गया है कि पुलिस को पूर्वी लीसेस्टर क्षेत्र के कुछ हिस्सों में अव्यवस्था फैलने की कई खबरें मिली हैं। प्रशासन ने कहा है कि सूचना मिलने के बाद हिंसा को नियंत्रित्र करने के लिए फोर्स भेजी गई। वहीं शहर में इस प्रकार परिस्थिति पैदा होने पर पुलिस ने भी अफसोस जाहिर किया है। बता दें कि इस घटना को लेकर विश्लेषक अंशुल सक्सेना ने ट्वीट के जरिए हिंसा से संबंधित जानकारी साझा की है। उन्होंने इस ट्वीट के जरिए यह दिखाया कि कैसे इंग्लैंड के शहर में हिंदुओं पर हमला करने का प्लान बनाया गया था। उन्होंने बताया कि कैसे कट्टरपंथी और इस्लामवादी सोशल मीडिया पर भड़काऊ चीजें शेयर कर रहे थे और हिंदुओं पर हमला करने की साजिश रच रहे थे। लीसेस्टर शहर में पहले भी हुआ हिंदुओं पर हमला:- बता दें कि इससे पहले भी ब्रिटेन के लिसेस्टर शहर से हिंदुओं पर हमले की कई वीडियोज वायरल हुए थे। इन वीडियो में साफ देखा जा सकता था कि इस्लामी कट्टरपंथी भीड़ जमा करके हिंदुओं के घरों को टारगेट कर रहे थे। वे हाथों में हथियार लेकर हिंदुओं को गन्दी-गन्दी गालियाँ दे रहे थे। सड़कों से पुलिस नदारद भी गायब थी। कोई उन्हें नहीं रोक रहा था। हालांकि, वामपंथियों ने यहां भी हिन्दुओं पर दोष मढ़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी, उन्होंने हिंदुओं को ही इन हमलों का दोषी बता दिया। सामने आई एक वीडियो में साफ नज़र आ रहा था कि कट्टरपंथी भारी संख्या में सड़कों पर जुटे हुए थे। हिंदू लोग अपने घरों से उनकी वीडियो बना रहे थे और यह देखकर हैरान हो रहे थे कि आखिर पुलिस, कट्टरपंथियों को क्यों नहीं रोक पा रही। वीडियो में हिंदुओं से मारपीट, उनके घरों में तोड़फोड़, घर के बाहर लगे भगवा ध्वज को उखाड़ना साफ नज़र आया। वीडियो बनाने वालों की बातें भी सुनाई दे रहीं हैं, वो कह रहे हैं कि ये उपद्रव करने वाले मुस्लिम हैं और इनके हाथों में चाकू जैसे धारदार हथियार हैं। समुद्र के अंदर मौजूद है भारत से दोगुने बड़े जंगल, नई रिसर्च में हुआ खुलासा बाढ़ से जूझ रहे पाकिस्तान पर मंडरा रही एक और आफत, आ सकती है 'मौत की लहर' भूकंप से थर्राया ताइवान, 24 घंटे में आए 100 झटके, चारों तरफ मची तबाही