लखनऊ: पीएम मोदी ने जब यह बात कही थी कि वो अल्पसंख्यक बच्चों के एक हाथ में कुरान और दूसरे में कंप्यूटर देखना चाहते हैं, तो सभी ने सोचा था कि इस कल्पना को साकार होने में न जाने कितना समय लगेगा। किन्तु उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के काकोरी स्थित मदरसे में पीएम मोदी का ये सपना साकार होता नज़र आ रहा है। दरअसल, दिनी तालीम के साथ मुस्लिम समुदाय के बच्चे अब बाकायदा मदरसे में न सिर्फ कंप्यूटर चलाना सीख रहे हैं बल्कि अब वो धीरे-धीरे अपने आप को इसके साथ पूरी तरह एडजस्ट भी कर चुके हैं। पीएम मोदी के सपने को साकार करने के लिए मदरसे में ये बच्चियां काफी मेहनत कर रही हैं। इस मदरसे की एक और विशेष बात यह है कि यहां न केवल मुस्लिम बच्चे पढ़ते हैं बल्कि मदरसे के आधुनिकीकरण के बाद हिन्दू समुदाय के बच्चे भी इस मदरसे में हिंदी, इंग्लिश, मैथ्स, साइंस, सोशल स्टडीज की शिक्षा ले रहे हैं। साथ ही हिन्दू बच्चे उर्दू भी सीखने में दिलचस्पी ले रहे हैं। मुस्लिम समुदाय के बच्चे इस मदरसे में NCERT की किताबों को फर्राटे से पढ़ रहे हैं। बच्चे इन पुस्तकों के साथ अब अपने सपने भी बुनने लगे हैं। कोई मुस्लिम बच्ची डॉक्टर बनना चाहती है, तो कोई इंजीनियर, तो कोई बच्ची बड़ी होकर टीचर बनने की बात भी कह रही है। सोने-चांदी के दामों में फिर आई चमक, जानिए आज की कीमतें जल्द निपटा लें अपने बैंक से सम्बंधित जरूरी काम, दिसंबर महीने में 9 दिन बंद रहेंगे बैंक सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिन लाल निशान में खुला बाजार, 41 हज़ार से लुढ़ककर नीचे आया सेंसेक्स