लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक सरकारी राजस्व वसूली टीम पर मुस्लिम बस्ती में भीड़ ने हमला कर दिया। यह घटना शाहपुर क्षेत्र के बसीकलां गांव में हुई, जहां राजस्व अमीन और अन्य सदस्यों को चारों ओर से घेर लिया गया। हमलावरों ने उन पर मारपीट की और उन्हें एक मकान में बंद कर दिया। काफी समय बाद, स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें छुड़ाया गया। सूत्रों के अनुसार, यह घटना महिला प्रधान के पति साबू कुरैशी से जुड़ी है, जो बैंक से लिया गया लोन चुकाने में असफल रहे थे। उन पर 13.90 लाख रुपये की राशि बैंक ऋण के मद में बकाया थी, जिसके चलते तहसील बुढ़ाना से वसूली का आदेश जारी किया गया था। नायब तहसीलदार अमन कुमार अपनी टीम के साथ वसूली के लिए जब साबू कुरैशी के घर पहुंचे, तो वहां मौजूद मुस्लिम भीड़ ने उन पर हमला कर दिया। हमले में प्रधान पति के भाई बाबू और बाल्ला सहित अन्य लोगों ने नायब तहसीलदार और उनकी टीम के सदस्यों को बंधक बना लिया और उन्हें पीटा। काफी प्रयास के बाद गांव वालों ने उन्हें मुक्त कराया। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक हमलावर भाग चुके थे। पुलिस ने बाद में राजस्व टीम की मौजूदगी में प्रधान के घर से एक कार और बाइक कुर्क की। थाना प्रभारी शाहपुर, सुनील कसाना ने बताया कि हमलावरों के खिलाफ केस दर्ज कर उनकी तलाश की जा रही है। प्रधान पति साबू कुरैशी पिछले कुछ समय से विवादों में रहे हैं और हत्या के मामले में जेल में भी रह चुके हैं। हाल ही में वह जमानत पर बाहर आए थे। मुजफ्फरनगर प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और कार्रवाई शुरू कर दी है। 'आज कश्मीर के लोग आतंकवाद, खून-खराबा नहीं चाहते..', आखिरी चुनावी रैली में बोले पीएम मोदी '5 करोड़ ट्रांसफर कर दो, वरना...', लखनऊ में IAS को मिली धमकी चेन्नई एयरपोर्ट से 110 करोड़ रूपए की ड्रग्स जब्त, 2 तस्कर गिरफ्तार