पुणे: उत्तर प्रदेश पुलिस और राज्य के आतंकवाद निरोधी दस्ते द्वारा मौलाना कलीम सिद्दीकी, मौलाना उमर गौतम और मुफ्ती जहांगीर की गिरफ्तारी के बाद मुस्लिमों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है। जी हाँ, अब मुस्लिमों के द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है। इसी लिस्ट में महाराष्ट्र के पुणे में कई मुस्लिम संगठनों का प्रतिनिधित्व करने वाले ग्रुप ‘कुल जमात तंजीम’ शामिल है जिसने जिला कलेक्टर कार्यालय में जमकर विरोध प्रदर्शन किया। बताया जा रहा है इस विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वाले संगठनों में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया, ऑल इंडिया इमाम काउंसिल, जमात-ए-इस्लामी ए हिंद, द मुस्लिम फाउंडेशन, जमीयत उलेमा ए हिंद और सीरत कमेटी शामिल रहे। जी दरअसल इन सभी संगठनों का आरोप है कि, 'मुस्लिम मौलवियों के खिलाफ जो आरोप लगाए गए हैं वो राजनीति से प्रेरित थे और उन्हें तुरंत हटा दिया जाना चाहिए। ये गिरफ्तारियां अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक हैं।' इसके अलावा संगठनों ने यह भी कहा है कि, 'मुस्लिम नेताओं और खासकर मौलवियों को निशाना बनाने में जांच एजेंसियों और प्रशासनिक तंत्र का आचरण बहुत खतरनाक है।' इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा, 'ये देश को कमजोर करने की साजिश है। मौलाना कलीम सिद्दीकी की गिरफ्तारी का उद्देश्य उत्तर प्रदेश सरकार की दक्षिणपंथी नीति के तहत इस्लाम के विद्वानों और मौलवियों को निशाना बनाने के अलावा और कुछ नहीं है।' वहीं तंज़ीम के अजहर तंबोली ने बताया कि 'सभी ने मिलकर जिला कलेक्ट्रेट को एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमें मांग की गई है कि गिरफ्तार व्यक्तियों के खिलाफ आरोप हटाकर उन्हें तुरंत रिहा किया जाए।' 'पोंगल' पर रिलीज होगी प्रभास की फिल्म 'राधे श्याम' पेंशन कनुका के लाभार्थियों को आंध्र प्रदेश सरकार ने दिया बड़ा तोहफा कई वर्षों से श्री कृष्ण की पेंटिंग बना रही है मुस्लिम महिला, इस बार मिला मंदिर में रखने का मौक़ा