पटना: देश में मुस्लिमों की स्थिति को लेकर जितनी चर्चा होती है, उतनी शायद किसी और समुदाय को लेकर नहीं होती। इसे वोट बैंक की राजनीति कहा जाए या फिर अल्पसंख्यकों के लिए सियासी दलों का प्रेम, लेकिन ये सच्चाई है कि, भारत के राजनेता अक्सर मुस्लिमों पर चर्चा करते नज़र आते हैं। हालांकि, भारत में अल्पसंख्यक तो जैन, बौद्ध, ईसाई, पारसी, सिख भी हैं, लेकिन शायद ये उतना बड़ा वोट बैंक नहीं कि, अपने अकेले के दम पर सत्ता का रुख तय कर दें। पंजाब में सिख इस मामले में अपवाद हैं। लेकिन, माना जाता है कि, भारत में मुस्लिमों ने जिस तरफ वोट कर दिया, उसे सत्ता प्राप्ति में आसानी हो जाती है। शायद इसीलिए देश का विभाजन होने के बाद भी राजनेता इस अल्पसंख्यक समुदाय के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतते हैं। बहरहाल, इस मामले में बिहार के पूर्व मंत्री और RJD नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने मुस्लिमों की सुरक्षा को लेकर बड़ा बयान दिया है। सिद्दीकी ने देश के माहौल को मुसलमानों के लिए असुरक्षित करार देते हुए विदेश में पढ़ाई कर रहे अपने बच्चों को एक बड़ी सलाह दे डाली हैं। RJD नेता ने कहा है कि देश मुस्लिमों के लिए असुरक्षित हो गया है। देश में मुसलमानों के लिए माहौल खराब है, इसलिए विदेश में पढ़ाई कर रहे अपने बच्चों को मैंने देश ना लौटने के लिए कहा है। अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि, 'मेरा एक बेटा हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ता है और एक बेटी लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स की पास आउट है। देश में मुस्लिमों के लिए जो माहौल है, उसे देखते हुए हमने अपने बेटा-बेटी को कहा कि वहीं नौकरी कर लो। यदि नागरिकता भी मिले तो ले लेना। अब भारत में माहौल नहीं रह गया है। पता नहीं तुम लोग झेल पाओगे या नहीं।' पूर्व मंत्री सिद्दीकी ने कहा कि आप समझ सकते हैं कि कितनी तकलीफ के साथ कोई ये बातें अपने बच्चों से कहेगा कि अपने देश को छोड़ जाओ। उन्होंने कहा कि, देश में ऐसा समय आ गया है कि मुझे अपने बच्चों से यह कहना पड़ा। उन्होंने यह बात हाल में बिहार में आयोजित एक कार्यक्रम में कही हैं। यह कार्यक्रम JDU के वरिष्ठ नेता देवेश चंद्र ठाकुर को सम्मानित करने के लिए रखा गया था। बता दें कि अब्दुल बारी सिद्दीकी RJD के बड़े नेता हैं और वह पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के भरोसेमंद और ख़ास माने जाते हैं। लेकिन, उनके इस बयान पर विवाद होने की आशंका जताई जा रही हैं। पीएम मोदी के मित्र फिर बनने जा रहे इजरायल के प्रधानमंत्री, अरब देशों में मची खलबली रूस से युद्ध के बीच अमेरिका पहुंचे जेलेंस्की, बाइडेन बोले- यूक्रेन अकेला नहीं पड़ेगा, साथ है US चीन मुद्दे पर संसद में विपक्ष का हंगामा, किरेन रिजिजू ने 2005 का जिक्र कर कांग्रेस को दिखाया आइना