बीजिंग। चीन द्वारा धार्मिक कट्टरतावाद की और मुस्लिम विरोधी नीति अपनाई जा रही है। जी हां,जिस तरह की बात सामने आई है उससे तो यही लगता है कि चीन इस्लाम के कट्टरपंथ को अपने देश में रोकना चाहता है। दरअसल चीन के शिनजियांग प्रांत में धार्मिक कट्टरता को रोकने का प्रयास किया जा रहा है। नियम के अनुसार अब मुस्लिमधर्मावलंबियों द्वारा अपने बच्चों का नाम सद्दाम और इस्लाम नहीं रख सकेंगे। यदि ऐसा होता है तो फिर उन्हें चीन में किसी भी तरह का सरकारी लाभ नहीं मिल सकेगा। मिली जानकारी के अनुसार अधिकार समूह ह्यूमन राइट्स वाॅच ने कहा कि शिनयांग के अधिकारियों द्वारा कई ऐसे नामों पर बैन लगा दिया जिसे प्रतिबंधित किया गया था। इस मामले में यह कहा गया है कि प्रतिबंधित नाम वाले बच्चों का हुकोऊ नामक पंजीकरण नहीं किया जाएगा। इतना ही नहीं चीन में पुरूषों के दाढ़ी रखने पर और महिलाओं द्वारा नकाब पहनने को प्रतिबंधित कर दिया गया है। यह नियम मुस्लिम उइगरों के लिए भी अपनाया गया है। माना जा रहा है कि चीन अपने देश में मुस्लिम कट्टरपंथ को बढ़ावा नहीं देना चाहता है। उत्तर कोरिया को लेकर अमेरिका ने की चीन की सराहना Video : चीन में भी आमिर ने सिखाया लड़कियों को 'दंगल' रविशंकर के मुस्लिम वोट को लेकर दिए बयान पर भड़के खुर्शीद और ओवैसी मुस्लिमों से विवाहित हिन्दू महिलाओं की तीन तलाक पर रोक की याचिका खारिज