लखनऊ: पश्चिमी बंगाल की ममता बनर्जी सरकार में हिंदू समुदाय के लोग प्रताड़ना के शिकार हो रहे हैं। यही वजह है कि बंगाल के हिंदू कोई और रास्ता न दिखने पर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगा रहे हैं। दरअसल, कुछ बंगाली हिन्दुओं ने सीएम योगी के जनता दरबार में पहुँचकर उनसे मदद माँगी है। दरअसल, पहले भी मीडिया में इस तरह की खबरें आई थी कि, पश्चिम बंगाल में हिंदू प्रताड़ित हो रहे हैं और पलायन के लिए मजबूर हैं। इसी क्रम में बंगाल के कुछ हिंदू परिवार गुरुवार (05 सितंबर 2023) को लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में पहुँचे और उनसे पश्चिम बंगाल में प्रताड़ित हो रहे हिंदुओं की मदद के लिए अपील की। इन बंगाली हिन्दुओं ने खुद को असहाय बताया। रिपोर्ट्स के अनुसार, बंगाल से यूपी आए हिंदू समुदाय के कुछ लोगों ने लखनऊ में चल रहे जनता दरबार में पहुँचकर अपनी समस्या सीएम योगी के सामने रखी। उन्होंने कहा कि 'बंगाल में उनकी जमीनों पर दबंग मुस्लिम कब्जा कर लेते हैं।' उन्होंने मुख्यमंत्री योगी से कहा कि, 'जमीन कब्जाने वाले लोग हमें धमकाते हैं। अब आप ही हमारी आखिरी उम्मीद हैं।' इस पर सीएम योगी ने जब ये कहा कि, 'पश्चिम बंगाल का CM मैं नहीं हूँ, कोई और है।' तब उन बंगाली हिन्दुओं ने सीएम योगी से कहा कि, 'लेकिन हिंदुओं की रक्षा तो आप ही कर सकते हैं।' इसके बाद सीएम योगी ने उनकी समस्याओं को सुना और उन्हें सहायता का आश्वासन दिया। इसके अलावा, सीएम ने अन्य लोगों की समस्याओं को भी सुना। इस बीच, सीएम योगी ने देवरिया हत्याकांड में बड़ा एक्शन लिया है। उनके आदेश पर उपजिलाधिकारी, क्षेत्राधिकारी, 2 तहसीलदार, 3 लेखपाल, हेड कॉन्स्टेबल, 4 कॉन्स्टेबल, 2 हल्का प्रभारी और थाना प्रभारी पर करवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि जो भी दोषी होगा, उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। जनता दरबार में सीएम योगी इस बात से नाराज दिखे कि जमीन के मामले में कई शिकायतें दर्ज की गई थीं। इन्हें ऑनलाइन पुलिस विभाग और राजस्व विभाग को भेजी गई थीं, मगर, दोनों विभागों के अधिकारियों ने इसको गंभीरता से नहीं लिया और न ही इसका निस्तारण किया। बता दें कि, इससे पहले, बुधवार (4 अक्टूबर 2023) को सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारीयों को निर्देशित किया कि भूमि विवाद और जनसमस्याओं का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर करें। उन्होंने भू-माफिया और खनन माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के भी निर्देश दिए। साथ ही सीएम योगी ने जमीन पैमाइश के मामलों को 48 घंटे के अंदर निस्तारित करने को कहा है। सीएम योगी ने अधिकारियों से स्पष्ट शब्दों में कहा कि यूपी के किसी भी कमजोर, गरीब, उद्यमी, व्यवसायी की भूमि पर कोई कब्जा ना करने पाए। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि भूमि विवाद में कोई घटना होने पर जनपद और तहसील की जिम्मेदारी तय होगी, ऐसे में लोग अपनी जिम्मेदारी सही तरीके से निभाएं। बता दें कि यूपी के सीएम योगी 2 जगहों पर (गोरखपुर और लखनऊ) जनता दरबार लगाकर लोगों की समस्याएँ सुनते हैं और उनका निवारण करते हैं। वो उसी समय ही संबंधित अधिकारियों को निर्देश देकर समस्याओं का निराकरण कराते हैं। सीएम योगी के जनता दरबार में आम लोग अपनी परेशानियों को लेकर पहुँचते हैं। इसी उम्मीद में पश्चिम बंगाल के प्रताड़ित हिन्दू भी मदद के लिए उनके पास पहुँच गए, लेकिन बंगाल में न तो भाजपा की सरकार है, न उसके किसी सहयोगी दल की, ऐसे में सीएम योगी इन पीड़ितों के लिए क्या ही कर सकते हैं। बता दें कि, बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद हुई हिंसा के कारण भारी मात्रा में राज्य से हिन्दुओं का पलायन हुआ था, सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी कि, बंगाल से एक लाख हिन्दुओं ने पलायन किया है, हालाँकि, उस याचिका पर आगे क्या प्रगति हुई, कोई खबर ही नहीं आई। चुनावी मौसम में तेलंगाना सरकार ने शुरू की मुख्यमंत्री नाश्ता योजना, 23 लाख बच्चों को मिलेगा लाभ महंगाई से मिल सकती है बड़ी राहत, RBI ने चौथी बार रेपो रेट में नहीं किया कोई बदलाव मेरी दादी इंदिरा गांधी एक 'महापुरुष' थीं.., मध्य प्रदेश में फिसली प्रियंका गांधी की जुबान, वायरल हुआ Video