नई दिल्ली: कट्टरपंथी इस्लामी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के खिलाफ गुरुवार (22 सितंबर 2022) को हुई छापेमारी की जोरदार कार्रवाई का कई मुस्लिम संगठनों ने भी समर्थन किया है। PFI पर हुए एक्शन का समर्थन करने वालों में सूफी खानकाह एसोसिएशन व ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज शामिल हैं। सूफी खानकाह एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कौसर हसन मजीदी ने तो पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर PFI पर प्रतिबंध लगाने की माँग की है। रिपोर्ट्स के अनुसार, सूफी खानकाह के राष्ट्रीय अध्यक्ष कौसर हसन मजीदी के पत्र में पीएम मोदी से कहा गया कि PFI देश विरोधी गतिविधियों में शामिल है, इसलिए उसे प्रतिबंधित कर देना चाहिए। उन्होंने, आरोप लगाते हुए कहा है कि PFI देश के नौजवानों को गुमराह कर आतंकी बना रहा है और बीते दो सालों से देश के खिलाफ युद्ध लड़ने के लिए आतंकी संगठन ISIS के लिए लड़ाकों की एडमिट कर रहा है। कौसर हसन मजीदी ने यह भी कहा है कि PFI की विचारधारा देशहित में नहीं है। यह निरंतर देश में जहर घोलने का काम कर रहा है। जिस संगठन की विचारधारा देश के विरुद्ध हो उसे प्रतिबंधित कर देना ही अच्छा है। उन्होंने यह भी कहा है कि, बैन करना पुरानी माँग रही है, मगर सिर्फ बैन करने से कुछ नहीं होगा बल्कि ऐसी विचारधारा के खिलाफ कुछ ठोस कदम उठाए जाने चाहिए। जब तक ऐसी विचारधारा के खिलाफ ठोस कदम नहीं उठाए जाएँगे, तब तक इस तरह के संगठन सामने आते रहेंगे। वहीं, ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष परवेज हनीफ ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि, 'भारत सरकार की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने PFI की संदिग्ध गतिविधियों के आधार पर ही उसके खिलाफ केस दर्ज किया है और इसके कई कार्यकर्ताओं को अरेस्ट किया है। ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज छापा मारने के सरकार के फैसले का समर्थन करता है। यह मानते हुए कि यह देश के सर्वोत्तम हित में है। हमारा संगठन भारतीय संविधान पर पूर्ण विश्वस करता है।' सीएम योगी के पदचिन्हों पर हरियाणा की खट्टर सरकार, गैंगस्टर की अवैध कोठी पर चला बुलडोज़र एक करोड़ टन से अधिक धान खरीदेगी छत्तीसगढ़ सरकार, 1 नवंबर से शुरू होगी खरीद 'उनके साथ अन्याय हो रहा..', खुलकर आज़म खान के समर्थन में उतरे अखिलेश, गवर्नर से की शिकायत