कर्नाटक के वोक्कालिगा समाज के प्रमुख साधु कुमार चन्द्रशेखरंथा ने हाल ही में एक विवादास्पद बयान दिया है, जिसमें उन्होंने भारत में एक ऐसा कानून बनाने की मांग की, जो मुस्लिमों को वोट देने से रोक सके। यह बयान उन्होंने वक्फ बोर्ड के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों की सभा में दिया। उनके इस बयान ने समाज में हलचल मचा दी है तथा इसके पश्चात् से विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक हलकों में तीखी प्रतिक्रियाएं आई हैं। साधु ने अपने बयान में पाकिस्तान का उदाहरण देते हुए कहा कि पाकिस्तान में गैर-मुस्लिमों को मतदान का अधिकार नहीं है, और इसलिए भारत में भी मुस्लिमों के वोट देने पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। उनका यह तर्क था कि यदि पाकिस्तान जैसे देश में यह व्यवस्था है, तो भारत में भी यह लागू किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त, साधु चन्द्रशेखरंथा ने वक्फ बोर्ड के भूमि अधिग्रहण पर भी सवाल उठाए। उनका कहना था कि वक्फ बोर्ड बिना किसी कानूनी आधार के ज़मीनों और इमारतों पर अपना अधिकार जमा रहा है। उन्होंने इसे "घोर अन्याय" बताया और कहा कि यह अन्य लोगों की जायज़ ज़मीनों को छीनने जैसा है। उन्होंने इस मुद्दे पर जोर देते हुए कहा, "धर्म का मतलब दूसरों की ज़मीन छीनना नहीं है। यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है।" अपने बयान में साधु ने मुस्लिम समुदाय को हिंसक बताया। उनका कहना था, "हम किसी से नफ़रत नहीं करते, हम शांतिप्रिय लोग हैं जो दूसरों के साथ सद्भाव से रहते हैं। हालांकि, मुस्लिम समुदाय हिंसक होता है।" उन्होंने बांग्लादेश का उदाहरण दिया, जहां के बारे में उन्होंने कहा कि वहां मुस्लिम समुदाय ने कई निर्दोष हिंदुओं का क़त्ल किया। उनका कहना था कि इस तरह के कृत्य मुस्लिमों के नैतिकता, नियम और धर्म की कमी को दर्शाते हैं, और इस तरह का व्यवहार किसी भी समाज में अस्वीकार्य है। साधु के इस बयान पर विभिन्न धार्मिक एवं राजनीतिक नेताओं की प्रतिक्रियाएं आई हैं। कई लोगों ने उनके विचारों की आलोचना की है, जबकि कुछ ने उनका समर्थन भी किया है। उनके इस बयान को समाज में सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने के रूप में देखा जा रहा है तथा इसे एक बेहद संवेदनशील मुद्दा बताया जा रहा है। 'चिन्मय दास को जल्द मुक्त कराएं केंद्र सरकार...', बांग्लादेशी हिंदुओं पर बोले अरविंद केजरीवाल संभल हिंसा में पुलिस का बड़ा एक्शन, अब तक 27 लोगों को किया गिरफ्तार ‘तुम कमल फूल में वोट दिया है, तुमको...’, INDI-गठबंधन के जीतते ही शुरू हुई इस्लामी-गुंडागर्दी