मुस्लिम भी गाय को राष्ट्रीय पशु बनाने का स्वागत करेंगे -अहमद इलियासी

ऑल इंडिया इमाम आर्गनाइजेशन (एआईआईओ) के मुख्य इमाम डॉ. इमाम उमर अहमद इलियासी ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने देश की संवेदनशीलता की हिफाज़त के लिए गाय को भारत का राष्ट्रीय पशु घोषित करने की वकालत की. इलियासी आठवें भारतीय छात्र संसद में गौ वध पर बोलते हुए कहा कि 'न केवल हिन्दू समाज, बल्कि देश के मुस्लिम भी सरकार के इस फैसले का स्वागत करेंगे.''

उन्होंने आगे कहा कि 'गाय का मुद्दा 'राष्ट्रनीति' का हिस्सा है, जबकि तलाक का मुद्दा 'धर्मनीति' का हिस्सा है. हमें जाति और धर्म के दायरे से बाहर आकर सोचना होगा. तलाक रिश्ते को तोड़ने का नाम है, जबकि निकाह रिश्ते को जोड़ने का नाम है. शादी पति और पत्नी के बीच एक अनुबंध होता है, और जीवन की गाड़ी चलाने में दोनों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है. इस्लाम में पत्नी भी पति से 'खुला' ले सकती है. ऑल इंडिया इमाम संगठन हिंदू विवाह अधिनियम की तर्ज पर 'मॉडल निकाहनामा' बनाएगा. इस निकाहनामा में आर्ब्रिटेशन क्लॉज शामिल किया जाएगा, जो निश्चित रूप से तलाक की समस्या पर नियन्त्रण लगाएगा. शरीयत और नागरिक अदालतें समान रूप से महत्वपूर्ण हैं और व्यक्ति को इन दोनों में से एक का चयन करना चाहिए, ठीक उसी तरह जैसे इजरायल में किया जाता है. तीन तलाक का मुद्दा धर्म से सम्बंधित नहीं है, बल्कि यह महिला की गरिमा और उसके सम्मान से जुड़ा है.''

समारोह में शिरकत कर रही शायरा बानो ने कहा कि 'तीन तलाक कोई मुद्दा नहीं है. किसी के तीन बार तलाक बोल देने से तलाक नहीं हो सकता. कुरान में इस तरह का कोई नियम नहीं है. शब्द 'तलाक' न केवल इस्लाम की खेदजनक तस्वीर को प्रस्तुत करता है, बल्कि यह समाज के सामने हमारे लिए शर्मिंदगी का कारण भी है. हमें महिलाओं की आजादी के लिए बदलाव लाने होंगे, उन्हें तीन तलाक के कारण मनोवैज्ञानिक तनाव से बचाना होगा, कुरान में भी महिलाओं के लिए समान अधिकारों का उल्लेख है.'

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