इस वर्ष अधिक मास अमावस्या 16 अगस्त दिन बुधवार को है। अधिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 15 अगस्त को दोपहर 12:42 बजे से प्रारंभ हो जाएगी तथा यह तिथि 16 अगस्त को दोपहर 03:07 बजे तक उपस्थित रहेगी। उसके पश्चात् से सावन शुक्ल पक्ष प्रारंभ हो जाएगा। अधिकमास अमावस्या की शाम घर के ईशान कोण में गाय के घी का दीपक लगाएं, बत्ती में रूई के स्थान पर लाल रंग के धागे का इस्तेमाल करें। इसमें थोड़ा केसर भी डालें। इस उपाय से मां लक्ष्मी घर में विराजमान होती हैं। अधिकमास अमावस्या के दिन पानी में खड़ा नमक डालकर पौंछा लगाने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है। घर परिवार में सुख, समृद्धि और शांति आती है। अधिकमास अमावस्या के दिन मंदिर में पीपल का पौधा लगाने से पितर बहुत खुश होते हैं। प्रत्येक अमावस्या पर इसकी पूजा एवं संरक्षण करने का संकल्प लें। मान्यता है इस उपाय से नौकरी एवं व्यापार में कभी दिक्कतें नहीं आती। वही यदि आप संकट से गुजर रहे हैं, जीवन में एक के पश्चात एक दिक्कतें आ रही हैं तो अधिकमास अमावस्या पर इस मंत्र का जाप करें, मान्यता है इससे बुरे दिन जल्द खत्म हो जाते हैं तथा खुशियां दस्तक देती हैं - राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे। सहस्त्रनाम तत्तुल्यं रामनाम वरानने।। ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात् - अमावस्या पर नकारात्मक एनर्जी का प्रभाव अधिक बढ़ जाता है। ऐसे में अमावस्या पर गायत्री मंत्र का जाप अवश्य करना चाहिए, इससे बुरी शक्ति हम पर हावी नहीं हो पाती और बिना बिगड़ा कार्य पूरे होते हैं। परमा एकादशी पर बन रहा है खास संयोग, इन उपायों को अपनाने से मिलेगी शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से मुक्ति कब है अधिक मास की अमावस्या? जानिए शुभ मुहूर्त और उपाय इन मंत्रों के जाप से बन जाएंगे आपके सारे काम