उज्जैन: देश के लोकप्रिय ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर के गर्भगृह एवं नंदी हाल में अब श्रद्धालु अपने फोन से न तो सेल्फी ले सकेंगे तथा न ही वीडियो उतार सकेंगे। बीते दिनों उज्जैन मेयर के फोटो तथा एक लड़की के मंदिर परिसर में रील बनाने से बहुत झगड़ा हुआ था। अब इससे छुटकारा पाने के लिए मंदिर प्रबंधन ने गर्भ गृह में तस्वीर लेने पर पाबंदी लगा दी है, हालांकि प्रबंधन इसके पीछे दर्शन व्यवस्था में देरी की शिकायत को कारण बता रहा है। गर्भगृह में तस्वीर लेने की वजह से भक्त ठीक से दर्शन नहीं कर पाते हैं। उधर मंदिर की दर्शन व्यवस्था में भी परिवर्तन किए गए हैं। श्रद्धालुओं को दर्शन पर्ची मिलेगी। उन्हें बड़े गणेश मंदिर के पास आना होगा। यहां उनका फोटो खींचा जाएगा तथा फोटो व क्यूआर कोड की पर्ची मिलेगी। तत्पश्चात, भक्त दर्शन कर सकेंगे। गर्भगृह में भी भीड़ लगने की वजह से आम श्रद्धालुओं को दर्शन नहीं होते थे। अब गर्भगृह में संख्या भी सीमित कर दी गई है। पहले 1500 रुपये की रसीद पर गर्भगृह में दिनभर प्रवेश दिया जाता था, मगर दिनभर में केवल 1200 भक्त ही गर्भगृह में जाकर दर्शन कर सकेंगे। वही अभी महाकाल लोक में प्रतिदिन हजारों लोग आ रहे है। वे यहां की फोटोज भी खींचते है। मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने कहा कि मंदिर में मोबाइल ले जाना प्रतिबंधित नहीं है। केवल नंदी हाल और गर्भगृह में श्रद्धालु फोटो नहीं खींच सकेंगे। गर्भगृह में भी दर्शन का वक़्त तय किया है। प्रातः 6 से दोपहर एक बजे और शाम छह से रात आठ बजे तक ही गर्भगृह में दर्शन हो पाएंगे। इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किग जर्नलिस्ट्स के जिलाध्यक्ष बने कपिल साहू किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर करेली युवा कांग्रेस नेता सौपेंगे ज्ञापन बजरंग दल कार्यकर्ता पर फेंका 'बम', हुई दर्दनाक मौत