बीते कुछ दिनों से म्यांमार में भारी विरोध चल रहा है। बुधवार को सोर्स की रिपोर्ट के अनुसार यह बताया गया है कि जब म्यांमार के सुरक्षाबलों ने लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी की तो कम से 17 लोग मारे गए। म्यांमार 1 फरवरी से हंगामे में है जब सेना ने तख्तापलट शुरू किया और नागरिक नेता आंग सान सू की को हिरासत में लिया, लोकतंत्र के साथ देश के दशक भर के प्रयोग को समाप्त किया और दैनिक जन विरोध में स्पार्किंग की। वही इस विरोध के दौरान पश्चिमी शक्तियां सभी उपायों में काम कर रही हैं। हालांकि, पश्चिमी शक्तियों ने कई बार जनरलों को प्रतिबंधों से मारा है और ब्रिटेन ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई है। दूसरी ओर यह पता है कि जंटा वैश्विक निंदा की अनदेखी की है, बढ़ती ताकत के साथ विद्रोह का जवाब है, और सुरक्षा सेवाओं बुधवार को फिर से प्रदर्शनकारियों पर घातक बल का इस्तेमाल किया। सेना ने आपराधिक आरोपों के साथ आधा दर्जन हिरासत में लिए गए पत्रकारों को मारा है, जो दोषी पाए जाने पर तीन साल तक जेल में बिता सकते हैं। म्यांमार के कई शहरों में बुधवार को सुरक्षा बलों द्वारा प्रदर्शनकारियों पर खूनी दरार देखी गई, जिसमें केंद्रीय सागा क्षेत्र में मोनीवा कम से कम सात पंजीकृत थे। स्वीडन में आतंकी हमला ! एक हमलावर ने 8 लोगों को कुल्हाड़ी से काटा नागेरिया में हुई COVAX की सबसे बड़ी डिलीवरी दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्री ने यूरोपीय संघ के दूत से की मुलाकात, इन मुद्दों पर हुई चर्चा