यहाँ कभी भी सो जाते हैं लोग फिर महीनों बाद खुलती है नींद

सोना किसे नहीं पसंद होता है. कुछ लोग तो सोने में इतने ज्यादा माहिर होते हैं कि इसके अलावा उन्हें कुछ और सूझता ही नहीं है. इस दुनिया में कई तरह के लोग होते हैं. इनमे से कुछ को नींद कुछ ज्यादा ही पसंद होती है और कुछ लोग तो ऐसे होते है जिन्हे नींद ही नहीं आती. लेकिन अगर दोनों में तुलना की जाए तो सोने वाले लोगों की ज्यादा संख्या है. आज हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बता रहे है जहां लोग जब चाहे तब सो जाते है. जी हाँ.... ये गांव कजाकिस्तान में है जिसका नाम है कलाची. यहाँ जब लोगों का मन करे वो सो जाते है. कुछ तो जल्दी उठ जाते है और कुछ लोग तो महीनों तक के लिए सो जाते है.

जी हाँ... यहाँ के लोगो का सोने के पीछे क्या कारण है इसका आज तक वैज्ञानिक भी पता नहीं लगा पाए है. इस गांव में लोग सोने की बीमारी से ग्रसित है. इस गांव में कुल 600 लोग रहते है जिनमे से 14 फीसदी जनसँख्या इस बीमारी से ग्रसित है. ये लोग जब चाहे कही भी सो जाते है. इस वजह से इस गांव को 'स्लीपी हॉलो' के नाम से भी जाना जाता है.

इस बीमारी के बारे में साल 2010 में पता चला. हैरान कर देने वाली बात तो ये है कि इस बीमारी से ग्रसित लोगों को ये भी नहीं पता चलता है कि वो कब और कहा सो गए है. पूरी दुनिया में ये गांव मशहूर हैं. जो भी इस गांव के बारे में सुनता है वो हैरान हो जाता है.

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