धूपबत्ती और दीपक से इस तरह करें नाग का पूजन

आज यानी 15 अगस्त को नाग पंचमी है जिस पर नाग देवता की पूजा करने से कई तरह के दोष मिट जाते हैं. कहा जाता है नाग पंचमी पर नाग की पूजा करने से काल सर्प दोष से मुक्ति मिलती है और पितृ दोष भी दूर होता  है. ज्योतिष के अनुसार व्यक्ति की कुंडली में ग्रह जब राहु और केतु के बीच आ जाते हैं तो कालसर्प दोष लग जाता है. इसी एक साथ हम आपको कुछ उपाय बताने जा रहे हैं जिन्हें करने से आपके भी सारे दोष दूर होंगे.

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ज्योतिष ग्रंथों के अलावा महर्षि पाराशर और वराहमिहिर के शास्त्रों में भी कालसर्प दोष का वर्णन मिलता है जिसे लोग काफी मानते हैं और इसे दूर करने के लिए कई तरह उपाय भी करते हैं. इस दिन आप नाग देवता को दूध चढ़ाएं और उनकी पूजा करें, धायण रहे नाग कभी दूध नहीं पीता तो उसे कभी दूध ना पिलाएं.

नाग देवता की पूजा विधि - 

नागपंचमी के दिन शिव मंदिर में 21 चंदन धूपबत्ती और 5 तेल या घी के दीपक लगाकर शिव गायत्री मंत्र का जाप करेंगे तो आपको लाभ होगा और कई कष्टों से मुक्ति मिलेगी. इससे आपको शुभ फल मिलेगा और हर तरह का सौभाग्य आएगा. इसके साथ आप शिव मंदिर में 1 माला गायत्री मंत्र का जाप भी कर सकते हैं वो भी हम बता देते हैं.

 'ॐ तत्पुरुषाय विद्‍महे, महादेवाय धीमहि तन्नोरुद्र: प्रचोदयात्।'

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