नाग पंचमी इस बार 15 अगस्त को आ रही है जिस दिन बेहद ही शुभ संयोग बन रहा है. बताया जा रहा है कि इस दिन आप अगर नाग के 12 स्वरूपों की पूजा करते हैं तो आपके लिए शुभ हो सकता है. अगर आप नहीं जानते तो हम आपको बता देते हैं किस तरह करना चाइये नाग देवता का पूजन. इतना ही नहीं इस दिन नाग देवता की पूजा की करते हैं तो भगवान शिव भी आपसे खुश होते हैं और मनोकामना पूरी करते हैं. इसी के साथ हम आपको बताने जा रहे हैं नागदेवता के कुछ 12 नाम जिनके बारे में आपको नहीं पता होगा. नाग पंचमी पर नाग के 12 स्वरूपों की पूजा एक खास विधि अनुसार करेंगे तो भगवान शिव प्रसन्न होंगे और आपको शभ आशीर्वाद देंगे. जिन 12 नाग देवता की पूजा करनी है उनके नाम कुछ ये हैं - अनंता, वासुकी, शेष, कालिया, तक्षक, पिंगल, धृतराष्ट्र, कर्कोटक, पद्मनाभ, कंबाल, अश्वतारा, और शंखपाल. इन 12 स्वरूपों की पूजा करेंगे तो आपके कई दोष खत्म होंगे और खास तौर पर काल सर्प दोष से मुक्ति मिलती है. जानकारी के लिए बता दें, हर साल सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी मनाई जाती है. आप जानते ही हैं कि स्वंत्रता दिवस के दिन ही नाग पंचमी आ रही है और ये अजब संजोय है जो 38 साल बाद बना है. जी हाँ, 38 साल पहले भी कुछ ऐसा ही संयोग बना था जो 1980 में हुआ था. नाग पंचमी पर पूजा करने के शुभ मुहूर्त सुबह 05:54 से 08:30 तक है. वहीं तड़के 03:27 पर नाग पंचमी शुरू होगी, जो रात 01:51 पर समाप्त होगी. तो इस दिन विशेष पूजा करना ना भूलें. यह भी पढ़ें.. नाग पंचमी पर पूजन करते समय पढ़ें ये मंत्र नाग पंचमी पर पाएं कालसर्प दोष से मुक्ति