आप सभी जानते हैं नागा साधु का जीवन सबसे अलग माना जाता और उनके जीवन में कई ऐसी चीज़ें होती हैं जो अलग-अलग होती है. ऐसे में आप सभी जानते ही होंगे कि उनको ग्रहस्थ जीवन से कोई मतलब नहीं होता है और उनका जीवन कई कठिनाइयों से भरा हुआ होता है. इसी के साथ इन लोगों को दुनिया में क्या हो रहा है? इस बारें में कोई मतबल नहीं होता. इसी के साथ इनके बारें में हर एक बात निराली होती है. आप सभी ने कई बार कुंभ मेले के कवरेज में देखा होगा कि नागा बाबा लोग कपड़े नहीं पहनते हैं और पूरे शरीर पर राख लपेटकर घूमते हैं. जी हाँ, उन्‍हे किसी की कोई शर्म या हया नहीं होती है वो उसी रूप में मस्‍त रहते हैं और उनके हिसाब से उनके इस स्‍वरूप में रहने के कई कारण होते हैं, लेकिन उन कारणों के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं. ऐसे में आज हम बताने जा रहे हैं कि नागा बाबा नग्न क्‍यूं रहते हैं नागा का अर्थ- कहते हैं नागा शब्‍द का अर्थ ही होता है नग्न, ये साधु पूरी तरह से नग्‍न अवस्‍था में रहते हैं और यही इनकी पहचान है. इसी के साथ यह स्‍वयं को ईश्‍वर का देवदूत मानते हैं और उनकी उपासना में खुद को लीन कर लेते हैं कि उन्‍हे कपड़ों से कोई मतलब नहीं होता है. इनका परिवार- कहते हैं यह समुदाय को ही अपना परिवार मानते हैं. इनके लिए सांसारिक परिवार मायने नहीं रखता है और यह लोग कुटिया बनाकर साधु जीवन व्‍यतीत करते हैं. इनका कोई विशेष स्‍थान या घर नहीं होता है. क्‍या खाते हैं- कहा जाता है यह तीर्थयात्रियों द्वारा दिए जाने वाले भोजन को ही ग्रहण करते हैं और इनके लिए दैनिक भोजन का कोई महत्‍व नहीं होता है. इसी के साथ इनका मानना है कि कपड़े, तन ढ़कने का काम करते हैं जिन्‍हे तन की सुरक्षा करनी हो, वही इसे पहनें, इस कारण से हमें सुरक्षा का कोई महत्व नहीं है. अगर आप रखते हैं बृहस्पतिवार का व्रत, जरूर पढ़िए यह कथा 3 जुलाई से शुरू हो रही है गुप्त नवरात्रि, ऐसे करें पूजन घर में करें गंगाजल का छिड़काव, दूर हो जाएंगे सभी वास्तुदोष