गुवाहाटी: शनिवार शाम हुई फायरिंग की घटना में नगालैंड के मोन जिले में एक सैनिक सहित 14 व्यक्तियों की मौत हो गई है। कथित तौर पर यहां 6 व्यक्तियों की मौत के पश्चात् ग्रामीण सुरक्षाबलों से भिड़ गए थे। इसी पर सुरक्षाबलों की जवाबी कार्यवाही में ज्यादा लोग मारे गए। मगर प्रश्न यह है कि अचानक ये फायरिंग क्यों और कैसे हुई। इसपर असम राइफल्स कि तरफ से बयान आया है। असम राइफल्स ने कहा कि 'दरअसल, विद्रोहियों के संभावित मूवमेंट की विश्वसनीय खुफिया खबर के आधार पर क्षेत्र में विशिष्ट अभियान चलाने की रणनीति बनाई गई थी। घटना तथा उसके पश्चात् के नतीजों पर हमें खेद है। हादसे में हुई मौतों कि वजहों की उच्च स्तर पर तहकीकात की जा रही है तथा कानून के मुताबिक, उचित कार्रवाई की जाएगी।' साथ ही उन्होंने कहा, 'इस घटना में सुरक्षा बलों को गंभीर चोटें आई हैं, जिनमें से एक जवान की मौत हो गई है।' गौरतलब है कि क्षेत्र में गोलीबारी के चलते नागरिकों की मौत से गुस्साए गांववालों ने सुरक्षाबलों की गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया था। दूसरी तरफ नगालैंड के सीएम नेफियो रियो के अतिरिक्त गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस मामले पर दुख जताया है। शाह ने ट्वीट कर कहा है कि नगालैंड के ओटिंग की दुर्भाग्यपूर्ण घटना से बहुत दुखी हूं। जिन व्यक्तियों ने अपनी जान गंवाई है, उनके परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। प्रदेश सरकार द्वारा गठित उच्च स्तरीय एसआईटी इस घटना की गहन तहकीकात करेगी जिससे पीड़ित परिवारों को न्याय सुनिश्चित किया जा सके। वहीं मेघालय के सीएम कोनराड सांगमा ने भी पुरे मामले पर दुख जताया है। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा- नगालैंड के ओटिंग में गोलीबारी की घटना में व्यक्तियों की दुर्भाग्यपूर्ण मौत से गहरा दुख हुआ। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। मैं घायलों के जल्द ठीक होने और शांति बहाल करने की प्रार्थना करता हूं। ASI पर युवती ने लगाया सगीन इलज़ाम, जानिए क्या है पूरा मामला 'पाकिस्तान प्रेमी हैं सिद्धू', बोले- 'PAK से व्यापार हुआ तो विकास होगा' 6 दिसंबर को भारत आ रहे राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, जानिए क्यों?