कोरोना महामारी के चलते देश में कई तस्करी के मामले भी सामने आ रहे है. अभी की यदि बात की जाये तो अभी इस समय अमेरिका में एक भारतीय कारोबारी को दवाओं की तस्करी और मनी लांड्रिंग मामले में तीन साल जेल की सजा सुनाई गई है. उसे चेक गणराज्य से प्रत्यर्पित करके यहां लाया गया था. वही बता दे, की कैलिफोर्निया के पिट्सबर्ग में फेडरल डिस्टि्रक कोर्ट ने 7 जुलाई को नागपुर के 37 वर्षीय व्यवसायी जितेंद्र हरीश बेलानी उर्फ जीतू को सजा सुनाई गई थी. इस दौरान जेल की सजा काटने के बाद वह तीन साल तक निगरानी में रहेगा. उसे 3 जून 2019 को चेक गणराज्य में गिरफ्तार किया गया था और उसके बाद से करीब 13 महीने से वह पुलिस की हिरासत में है. संघीय हिरासत से छूटने के बाद उसे भारत भेज दिया जाएगा. गुरुवार को अटॉर्नी स्कॉट डब्ल्यू ब्राडी ने कहा, कि इसके साथ ही उसे एक लाख अमेरिकी डॉलर (75 लाख रुपये से ज्यादा) का जुर्माना भी भरना होगा. अन्यथा उस पर कठोर कार्यवाही की जाएगी. बता दे, चेक गणराज्य में गिरफ्तारी के बाद उसे अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया था. नौ दिसंबर 2019 को याचिका पर सुनवाई के दौरान बेलानी ने यह मान लिया था, कि वह भारत में मौजूद लीएचपीएल वेंचर्स नाम से एक दवा वितरण कंपनी चलाता है. उसने स्वीकार किया कि 2015 से 2019 के मध्य उसने अपने सह-साजिशकर्ताओं के साथ मिलकर अमेरिका में ऐसी कई दवाओं का निर्यात किया जो केवल चिकित्सक के पर्चे के आधार पर ही दी जाती हैं. उसके इस बयान के बाद से ही उस पर कार्रवाई चल रही है. आखिर कब तक बचेगी पीएम केपी शर्मा की कुर्सी ? फिर टली नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी की बैठक नेपाल ने भारतीय न्यूज़ चैनलों पर लगाया बैन, चीन और पाक के चैनल रहेंगे चालू पाक को अमेरिका ने दिया बड़ा झटका, PIA की उड़ानों पर लगाया बैन