नई दिल्ली: जहां एक तरफ धर्म, मजहब के नाम पर विवाद छिड़ा हुआ है. वहीं देवभूमि उत्तराखंड में धार्मिक सहिष्णुता की नजीर पेश हुई है. आदि गुरु शंकराचार्य की तपस्थली जोशीमठ में गुरुद्वारे में ईद-उल-अजहा (बकरीद) की नमाज मुस्लिम भाईयों ने पढ़ी. बारिश और ठंड को देखते हुए गुरुद्वार प्रबंधन ने नमाज पढ़ने के लिए गुरुवारे के द्वार खोल दिए है. बताया जा रहा है कि चमोली जिले के जोशीमठ में रात भर से भारी वर्षा और ठंड हो रही है, ईद के मौके पर मुस्लिम समाज के लोग नमाज पढ़ना चाहते थे. लेकिन भारी बारिश से खुले मैदान में नमाज पढ़ना मुश्किल हो रहा था. लगभग 600 लोग नमाज अता करने के लिए गांधी मैदान की तरफ आ रहे थे. तभी बारिश और ठंड को देखते हुये जोशीमठ के गुरुद्वारे प्रबंधक ने मुस्लिम भाईयों से गुरुद्वारे में नमाज अता करने के लिए आमंत्रित किया. सभी मुस्लिम समाज के लोगों ने यहां गुरुद्वारे में नमाज पढ़ी. यहां मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ईद-उल-अजहा की नमाज पढ़ी. इस दौरान देश की एकता और तरक्‍की की दुआ मांगी गई, नमाज के बाद अन्य धर्म के लोगों ने भी ईद की मुबारक दी और एक दूसरे के गले लगे. जानिए क्या चल रहा है हमारे देश की राजनीती में, पढिये राजनीतिक पार्टी से जुडी ताज़ा खबरें बकरीद पर नहीं होगी किसी भी जानवर की कुर्बानी दो और टीनेजर लड़किया हुई ब्लू व्हेल गेम की शिकार हनीप्रीत को मेरे साथ रहने दो