आप सभी को बता दें कि इस बार नृसिंह जयंती 17 मई को है. कहा जाता है नृसिंह मंत्र से तंत्र मंत्र बाधा, भूत पिशाच भय, अकाल मृत्यु का डर, असाध्य रोग आदि से छुटकारा मिल जाता है इसी के साथ इससे जीवन में शांति की प्राप्त होती है. नृसिंह जयंती के दिन 40 दिन में पांच लाख जप पूर्ण करें. अब ध्यान रहे कि मंत्र का प्रतिदिन रात्रि काल में जाप करें. इसके बाद ध्यान रहे कि मंत्र जप के दौरान नित्य देसी घी का दीपक जलाएं और 2 लड्डू, 2 लौंग, 2 मीठे पान और 1 नारियल भगवान नृसिंह को भेट चढ़ा दें. वहीं विष्णु मंदिर में भी उपरोक्त सामग्री चढ़ा दीजिए. इसके बाद दशांश हवन करें. ध्यान रहे अगर दशांश हवन संभव ना हो तो पचास हजार मंत्र संख्या और जपें. अब आप इसके लिए लाल रंग के आसन पर दक्षिणाभिमुख बैठकर रक्त चंदन या मूंगे की माला से नित्य एक हजार बार जप करने से लाभ मिलता है. इसके बाद भगवान नृसिंह का बीज मंत्र - 'श्रौं'/ क्ष्रौं (नृसिंह बीज) का जाप करें. इस बीज मंत्र का अर्थ है ‘दिव्यतेजस्वी ब्रह्मस्वरूप श्री नृसिंह मेरे दुख दूर करें'. अन्य मंत्र - 2. संकटमोचन नृसिंह मंत्र :-ध्यायेन्नृसिंहं तरुणार्कनेत्रं सिताम्बुजातं ज्वलिताग्रिवक्त्रम्। अनादिमध्यान्तमजं पुराणं परात्परेशं जगतां निधानम्।। कहते हैं अगर आप कई संकटों से घिरे हुए हैं या संकटों का सामना कर रहे हैं, तो भगवान विष्णु या श्री नृसिंह प्रतिमा की पूजा करके उपरोक्त संकटमोचन नृसिंह मंत्र का स्मरण करें. कहा जाता है इससे समस्त संकटों से आसानी से छुटकारा मिल जाता है. 3. ॐ उग्रं वीरं महाविष्णुं ज्वलन्तं सर्वतोमुखम्। 4. नृसिंहं भीषणं भद्रं मृत्यु मृत्युं नमाम्यहम्॥ 5. नृम नृम नृम नर सिंहाय नमः । जल्दी शादी के लिए मोहिनी एकादशी पर करें यह सरल उपाय आज है मोहिनी एकदशी, मन में है कोई बड़ी इच्छा तो करें यह काम 15 मई को है मोहिनी एकदशी, जानिए कब है बुद्ध पूर्णिमा