जैसे-जैसे गुजरात चुनाव की तारीख नज़दीक आती जा रही हैं, वैसे-वैसे दो प्रमुख दल, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस, अपने -अपने धुरंधरो को मैदान में उतारती जा रही हैं | शुरुवात हुई कांग्रेस के युवराज़ राहुल गांधी से, जिन्होंने गुजरात आते ही माँ अम्बा फिर अक्षरधाम जाकर माथा टेका और आशीर्वाद के रूप में हार्दिक पटेल का साथ मिल गया जो इस समय पाटीदार वोट बैंक की चाबी की तरह हैं, और खुले तौर पर कांग्रेस का समर्थन कर रहे हैं | तो अब बारी हैं भारतीय जनता पार्टी की, तो उन्होंने अपनी शुरुवात ही ब्रह्मास्त्र से की हैं | जी हां हम बात कर रहे हैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की, जो 27 से 29 नवम्बर तक गुजरात में बीजेपी का माहोल बनायेंगे, इसके लिए वो 8 रैलियाँ भी करेंगे उनके इस प्रचार में 24 विधानसभा सीटो को शामिल किया गया हैं | वैसे भी पाटीदार आन्दोलन के बाद राज्य में 22 सालो से राज कर रही बीजेपी की स्थिति थोड़ी कमजोर हुई हैं, इसलिए बीजेपी संगठन ने उस कमजोरी को दूर करने के लिए मोदी को मैदान में उतरा हैं. वैसे केवल नमो ही नही केंद्र और राज्यों के 21 नेता एवं मंत्री गुजरात में डेरा डालेंगे जिससे जीत सुनिश्चित हो सके | अब कांग्रेस के दिव्यास्त्र हार्दिक और बीजेपी के ब्रह्मास्त्र मोदी मेसे कौन ज्यादा असरदार होगा, ये तो 18 दिसम्बर के बाद पता चल ही जायेगा लेकिन जिस प्रकार बीजेपी गुजरात में तैयारी कर रही हैं उससे तो यही लगता हैं कि उन्हें किसी अनहोनी का डर हैं | महेशभाई भुरिया को दिया झालोद से टिकट आरक्षण का फाॅर्मूला सोच - समझकर दिया है : सिब्बल गुजरात और हिमाचल में भाजपा की जीत के दावे चुनावी चंदा हासिल करने में बीजेपी अव्वल केंद्र के लिए कड़ी चुनौती बना गुजरात चुनाव