नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में बदलाव के संकेत मिल रहे हैं. पार्टी के संगठन में भी कई पद खाली हो गए हैं और मंत्रिमंडल में भी 2019 को ध्यान में रखकर बदलाव किए जाने की बात कही जा रही है.मनोहर पर्रिकर के गोवा का सीएम बन जाने के बाद रक्षा मंत्री का पद भी खाली है.कई संवैधानिक संस्थाओं के रिक्त पदों को भी भरा जाना है. शिवसेना के कोटे से एक केंद्रीय मंत्रीपद खाली है. सम्भवतः संसद सत्र की समाप्ति के बाद मन्त्रिमण्डल में बदलाव हो सकता है. इस बारे में बीजेपी के वरिष्ठ सूत्रों का कहना है कि संसद का सत्र खत्म होते ही मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है. 12 अप्रैल को संसद का यह सत्र समाप्त हो रहा है. कहा यह भी जा रहा है कि बीजेपी के संगठन में भी काफी बदलाव होने जा रहा है. राज्यपालों के कई पद खाली हैं. इसके अलावा कई संवैधानिक संस्थाओं में भी पद खाली है.इस संभावित फेरबदल ( जो अभी तक अटकलें ही हैं) में केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र की छुट्टी हो सकती है क्योंकि वह 75 पार कर गए.अटकलें यह भी हैं कि केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा का प्रमोशन हो सकता है. उन्हें राज्यमंत्री से कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जा सकता है. यूपी में उनके सीएम पद के त्याग का यहां मूल्यांकन हो सकता है. कहा तो यह भी जा रहा है कि उत्तराखंड में भाजपा को मिली भारी जीत के बाद इस राज्य से किसी नेता को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है. उत्तराखंड ने रमेश पोखरियाल निशंक, भगत सिंह कोशियारी दौड़ में है. वहीं, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, छ्त्तीसगढ़ और राजस्थान में होने वाले आगामी विधान सभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए भी कुछ चेहरे मोदी मन्त्रिमण्डल में शामिल हो सकते है.पीएम मोदी के सत्ता में तीन साल पूरे होने वाले हैं. प्रधान मंत्री ने सभी मंत्रालयों के कामकाज की रिपोर्ट हर साल की तरह इस बार भी ली है. महत्वपूर्ण बात यह है कि इस साल जुलाई में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के भी चुनाव होने हैं. इनसे पहले ही होने वाला यह मंत्रिंमडल विस्तार कई बातें स्पष्ट कर देगा. यह भी देखें व्यापम घोटाले से पीड़ित छात्र ने दी PM मोदी को आत्महत्या की धमकी युवक ने की अनूठी पहल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बन गए फाॅलोअर