अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा दूसरे ग्रहों पर जीवन ढूंढने का प्रयास कर रही है. ऐसे ही नासा ने मंगल के बृहस्पति पर भी पानी होने के संकेत दिए हैं. नासा के वैज्ञानिकों का कहना है कि बृहस्पति पर पानी के सबूत मिले हैं जिसके बारे में उन्होंने जानकारी दी है. वैज्ञानिकों को बृहस्पति ग्रह के ग्रेट रेड स्पॉट का अध्ययन करते समय उन्हें यहां पानी होने का संकेत मिला है. ग्रेट रेड स्पॉट वो है जो करीब 350 वर्षों से इस ग्रह पर एक रहस्यमयी तूफान बना हुआ है. ये कह सकते हैं कि पिछले 350 साल से अधिक समय से इस ग्रह पर एक तूफान आया हुआ है, जिसे 'ग्रेट रेड स्पॉट' नाम दिया गया है. पहली बार अंतरिक्ष यात्री ने नासा से दिया इस्तीफा इस पर वैज्ञानिकों का कहना है कि पानी में ऑक्सीजन सहित कार्बन मोनोऑक्साइड गैस भी है जो बृहस्पति पर सूरज की तुलना में दो से नौगुना ज्यादा ऑक्सीजन है. बृहस्पति पर मिले इन सबूतों को एस्ट्रॉनोमिकल जर्नल में प्रकाशित किया गया है. जानकारी के लिए बता दें कि द ग्रेट रेड स्पॉट पूरी तरह से घने बादलों से भरा हुआ है. इससे विद्युत चुंबकीय ऊर्जा नहीं निकल सकती. इतना ही नहीं इसी के कारण अंतरिक्ष यात्री दूसरे ग्रह के बारे में कुछ और नहीं जान पाते. अब मंगल पर पहाड़ों की खोज करेगा नासा वहीं नासा का स्पेसक्राफ्ट जुनो इससे जुड़े डाटा को जोड़ने में लगा हुआ है. जूनो नासा का लेटेस्ट स्पेसक्राफ्ट है जो ग्रहों पर पानी ढूंढने का काम करता है और ये गैस के फॉर्म में होता है. इन सभी के साथ नासा जल्दी ही पृथ्वी पर पिघलने वाली बर्फ को मापने का पता लगाने के लिए एक लेजर लेजर लॉन्च करने वाला है जो पृथ्वी की ध्रुवीय बर्फ की ऊंचाई में हो रहे परिवर्तन को नाप सकेगा और इससे काफी सहायता भी मिलेगी. खबरें और भी.. अंतरिक्ष में फिर लहराएगा भारत का परचम, जल्द लॉन्च होगा चंद्रयान-2 नासा के यान ने भेजी क्षुद्रग्रह ‘बेन्नू’ की पहली तस्वीर