वाशिंगटन : नासा , सेटलाइट निर्माण के लिए जगत में विख्यात नाम है, काफी लोगो को नासा के बारे में पता होगा, पर सबसे पहले हम ये जान लेते है की आखिर नासा है क्या और क्या मतलब होता है नासा का . नेशनल एरोनॉटिक्स and स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन , इंटरनेशनल लेवल पर बात करे तो अंतरिक्ष में उपग्रह छोड़ने के लिए नासा पूरी दुनिया में नंबर 1 है. और अभी हालही में सुनने में आ रहा है कि नासा अगले साल अंतरिक्ष में अपना पहला रोबेट चाँद पर भेजने कि योजना बना रहा है, वेसे आप सभी जानते है कि सूरज का तापमान काफी ज्यादा रहता है, तो इस अंतरिक्क्ष यान में सर्य के वातावरण कि जाँच करने के लिए इस अंतरिक्ष यान को केवल 60 लाख किलोमीटर तक ही भेजे जाने की योजना है , इंसान अभी तक मंगल , चाँद और यहाँ तक की सुदूर अंतरिक्ष में भी अपना यान भेज चूका है, सूर्य की दुरी पृथ्वी से लगभग 14.90 करोड़ किलोमीटर है , नासा की योजना सर्य पर सोलर प्रोब प्लस मिशन को भेजने की चल रही है, नासा के अनुसंधान वैज्ञानिक एरिक क्रिश्चियन की माने तो उन्होंने कहा है कि, यह हमारा पहला मिशन है जो सूर्य के किये भेज जा रहा है, वेसे कोई भी इंसान सूर्य तक नहीं पहुँच सकता लेकिन वैज्ञानिक एरिक ने कहा है कि हम सूरज के इतना करीब तो पहुचे जाये कि तीन अहम् सवाल का जवाब दे सके. वेसे मुख्यतः तो इस सवाल का जवाब खोजना यह है कि सूरज कि सतह भी उसके वातावरण के हिसाब से उतनी गरम तो नहीं है . नासा के अनुसार मने तो सूर्य कि सतह का तापमान 5500 डिग्री सेल्सियस है लेकिन इसके वातावरण का टप 20 लाख डीग्री सेल्सियस है , " live साइंस कि रिपोर्ट के मुताबिक वैज्ञानिक यह पहले से ही जानते है कि सौर पर चलने वाली हवाओ को गति कैसे मिलती है , वेसे नासा यह भी जानना चाहती है कि कई बार सूर्य इतने ऊर्जा के कण क्यों उत्सर्जित करता है जिसके कारण अंतरिक्ष यात्री और अंतरिक्ष यान को खतरा होता है . निचे दी हुई स्टोरी जरूर पढ़े और कमेंट बॉक्स में कमेंट कर प्रोत्साहित करे आगे बेहतर सूचनाओ के शेयर के लिये NASA ने आम लोगो के लिए उपलब्ध करवाये अपने सॉफ्टवेयर NASA ने दिखाई दुनिया के सबसे बड़े सोलर फार्म की तस्वीरें नासा ने खोजे धरती के जैसे और 7 ग्रह, जिनमें से तीन पर है जीवन नासा ने किया पृथ्वी जैसे 7 नए ग्रह खोजने का दावा, तीन पर जीवन संभावित