वैज्ञानिक कई सालों से मंगल ग्रह पर इंसानी जीवन को तलाशने की जुगत में लगे है। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा अब नई योजना पर काम कर रही है, जिसके तहत मंगल ग्रह पर ऑक्सीजन पैदा किया जा सकेगा। इस खोज को अमल में लाने के लिए साल 2020 में वैज्ञानिकों द्वारा रोवर नाम का एक सूक्ष्मजीव भेजेगा। यह जीव मंगल के वातावरण में ऑक्सीजन बनाएगा। 2020 में नासा का मिशन मंगल पर रोबोट उतारना है। नासा के मुख्य कार्यकारी प्रबंधक रॉबर्ट लाइटपूठ ने बताया कि मार्स 2020 मिशन के तहत हम मंगल पर ऑक्सीजन जेनेरेच करने का प्रयास करेंगे। इतना ही नहीं नासा का उद्देश्य मार्स के आसपास क मैग्नेटिक ढाल और एक न्यूक्लियर रिएक्टर बनाने की भी है। शोधकर्ताओं को उम्मीद है कि जब सूक्ष्मजीव कुछ खाएंगे तो वो जरुर ऑक्सीजन रिलीज करेंगे। फिलहाल मंगल पर ऑक्सीजन की मात्रा 0.13 प्रतिशत है, जब कि कार्बन डाइ ऑक्साइड की मात्रा 95 प्रतिशत है। इसके साथ ही नाइट्रोजन और आरगॉन भी निम्न मात्रा में उपलब्ध है। पृथ्वी पर ऑक्सीजन 21 प्रतिशत और नाइट्रोजन 78 प्रतिशत है।