भारत के राज्य कर्नाटक में कोरोना वायरस के कहर अभी खत्म नहीं हुआ था कि अब राज्य के शिवमोग्गा जिले में केएफडी (कसानूर वन रोग) के मामले सामने आए हैं. अधिकारियों ने जानकारी देते हुए कहा कि राज्य में आए 139 मामलों में से 130 लोग ठीक हो गए हैं. इसे बंदर बुखार के नाम से भी जाना जाता है. यूरोप में तबाही मचाने के बाद एशिया की तरफ मुड़ा कोरोना, भारत और जापान में तेजी से बढ़े मामले अपने बयान में शिवमोग्गा उपायुक्त केबी शिवकुमार ने कहा कि पिछले साल की तुलना में इस साल वे जिले में बीमारियों को रोकने में सक्षम रहे. इस साल हम शिवमोग्गा जिले में कायासनूर वन रोग (केएफडी) को सफलतापूर्वक शामिल करने में सक्षम रहे. हमारे पास केवल 139 मामले थे, जिनमें से हमने 130 से अधिक मामलों को ठीक किया. केएफडी के कारण यहां एक मौत भी हुई फिलहाल बाकी दो मौतों के परीक्षण का इंतजार किया जा रहा है. पिछले साल, बीमारी के प्रकोप ने 23 लोगों की जान ले ली थी. वहीं उस दौरान 400 से अधिक लोग संक्रमित भी हुए थे. गवर्नर आरिफ खान ने दिखाई दरियादिली, केरल में फंसे यूपी के लोगों को ऐसे पहुंचाई मदद आपकी जानकारी के लिए बता दे कि केएफडी, कसानूर वन रोग वायरस (केएफडीवी) के कारण होता है, जो वायरस परिवार फ्लेविविडे के एक सदस्य है. मनुष्यों के लिए संक्रमण एक टिक काटने या संक्रमित जानवर के संपर्क के बाद हो सकता है, सबसे महत्वपूर्ण रूप से एक बीमार या हाल ही में मृत बंदर से भी ये फैल सकता है. वुहान में रुके भारतीयों ने बताया कोरोना से लड़ने का तरीका Suzuki : Gixxer SF 250 बाइक पर मिल रहा बम्पर डिस्काउंट, जाने ऑफर इस वीडियो में लगा बॉलीवुड और भोजपुरी का तड़का