मध्य प्रदेश : क्या उपचुनाव में बागियों को होगा बड़ा नुकसान ?

मध्यप्रदेश की राजनीति में काफी समय से हलचल देखने को मिल रही है. वही प्रदेश में सियासी उठापटक के बाद अब नई सरकार के गठन और बागियों की सीटों पर भावी उपचुनाव की रणनीति बनने लगी है. मुरैना जिले की छह विधानसभा सीट में से चार से कांग्रेस के बागियों ने इस्तीफे दे दिए हैं, वहीं एक का निधन हो गया है. इस कारण पांच विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होंगे. क्षेत्र की छठी सबलगढ़ सीट से कांग्रेस के बैजनाथ कुशवाह विधायक हैं.

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आपकी जानकारी के​ लिए बता दे कि सियासी संकट व कमल नाथ सरकार के इस्तीफे से पहले जिले की जौरा विधानसभा सीट पर विधायक बनवारीलाल शर्मा के निधन की वजह से उपचुनाव होने वाले थे, लेकिन अब सुमावली, मुरैना, दिमनी व अंबाह विधानसभा के विधायकों ने भी इस्तीफे दे दिए हैं. ऐसे में जौरा के साथ इन चारों विधानसभाओं में भी उपचुनाव होंगे. बागियों को उनकी सीटों से टिकट कांग्रेस विधायकों के भाजपा में शामिल होने की वजह से भाजपा के उन कार्यकर्ताओं व नेताओं को खासी परेशानी हो रही है, जो इन विधानसभाओं से टिकट मांग रहे थे. पार्टी सूत्र बताते हैं कि अंचल के जिन विधायकों ने इस्तीफे दिए हैं, उन्हें डील के मुताबिक उनके विधानसभा क्षेत्रों से ही टिकट दिए जाएंगे.

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अगर आपको नही पता तो बता दे कि जौरा के अलावा मुरैना की रिक्त हुई चार सीटों को लेकर भाजपा से टिकट के दावेदार असमंजस में हैं. हालांकि ये नेता व कार्यकर्ता प्रतिक्रिया नहीं दे रहे हैं. फिर भी वे इन पूर्व विधायकों को भाजपा से टिकट मिलने की चर्चाओं से काफी परेशान हैं. वही, सुमावली विधानसभा क्षेत्र से भाजपा से पूर्व विधायक गजराज सिंह सिकरवार, उनके बेटे सत्यपाल सिंह सिकरवार व अजब सिंह कुशवाह के सामने परेशानी खड़ी हो सकती है, क्योंकि यहां से एदल सिंह कंषाना भाजपा से चुनाव लड़ने की ताल ठोक सकते हैं. 

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