राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की तीन दिवसीय वार्षिक बैठक में पिछले दिनों दिल्ली में हुई हिंसा और नागरिकता संशोधन कानून 2019 (CAA) के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन छाया रह सकता है। रविवार को सूत्रों ने इसकी जानकारी दी। यह बैठक 15 मार्च से शुरू होने वाली है। इसके साथ ही अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की वार्षिक बैठक 15-17 मार्च को बेंगलुरु में होगी। प्रथिनिधि सभा संघ का सर्वोच्च निर्णय लेने वाला निकाय है, जो भविष्य में किस एजेंडे पर काम करना है इसका निर्णय लेने के लिए वर्ष में एक बार बैठक करता है। इसके साथ होइ भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी के महासचिव (संगठन) बीएल संतोष को इस महत्वपूर्ण बैठक में भाग लेने की उम्मीद है। इसके साथ ही संघ के एक सूत्र ने इसकी जानकारी दी। एक अन्य वरिष्ठ संघ पदाधिकारी ने कहा कि दिल्ली में हाल ही में हुई हिंसा, नागरिकता संशोधन कानून के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन को लेकर बैठक के दौरान छाए रहने की संभावना है। वहीं संघ की दिल्ली इकाई को हिंसा पर विस्तृत प्रस्तुति देने के लिए कहा जा सकता है| इसके साथ ही पदाधिकारी ने कहा कि संघ की दिल्ली इकाई को हिंसा पर एक विस्तृत प्रस्तुति देने के लिए कहा जा सकता है। वहीं वार्षिक बैठक में संघ को उन क्षेत्रों और लोगों तक ले जाने के तरीकों पर भी चर्चा होगी, जहां तक पहुंचना अभी बाकी है। वहीं बैठक में संघ के कार्यों के विस्तार की योजना बनाई जाएगी, जिसमें साखा में सुधार और प्रशिक्षण शिविरों की संख्या बढ़ाना मौजूद है। बैठक में इसे लेकर भी चर्चा की जाएगी। पूरे देश से 1,400 से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे विभिन्न इकाइयों द्वारा आने वाले वर्ष के लिए अपने अनुभव और कमा को साझा किया जा सकता है । वहीं तीन दिवसीय बैठक के दौरान, पूरे देश से 1,400 से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे और महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रस्ताव भी पारित करेंगे। संगठनों के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों और समाज के वर्गों में काम करने वाले स्वयंसेवकों को राष्ट्रीय महत्व के विभिन्न मुद्दों पर अपने अनुभव और जानकारी साझा करने के लिए आमंत्रित किया गया है। इसके साथ ही राष्ट्र सेविका समिति की महिला प्रतिनिधियों को भी बैठक के लिए आमंत्रित किया गया है। इसके साथ ही यह बैठक संघ के सरकार्यवाह भैया जोशी द्वारा आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की उपस्थिति में आयोजित की जा सकती है । दुष्यंत चौटाला का बड़ा एलान, कहा- 14 शहरों में बनेंगे नए बाईपास कांग्रेस नेता मनीष तिवारी का बड़ा बयान, इस कानून के खिलाफ एकजुट हो राज्य सरकार राम मंदिर निर्माण के लिए परखी जाएगी गर्भगृह की मिट्टी, जल्द सामने आएगी रिपोर्ट