मिली जानकारी के मुताबिक़ बताया जा रहा है की मेडिकल की पढ़ाई करने वाले छात्रों को डॉक्‍टर बनने के लिए पांच साल छै माह MBBS की पढ़ाई करने के लिए काफी नहीं बल्कि उन्हें अब नेशनल एग्जिट टेस्‍ट यानी NEXT पास करके ही डॉक्‍टर की उपाधि मिलेगी.इससे छात्रों की प्रतिभा और उनके अनुभाव नजर आएगा.इससे इस क्षेत्र में काफी विकास होगा और सफलताएं भी प्राप्त होगीं.इससे स्तर भी सुधरेगा लोगों के स्वास्थ पर जल्द ही बेहतर से बेहतर रिजल्ट प्राप्त होगा. बताया जा रहा है की केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने मेडिकल काउंसिल संशोधन बिल 2016 तैयार किया है, जिसके तहत ये नया प्रावधान रखा गया है. माना जा रहा है कि इसे अगले साल से लागू किया जा सकता है. केंद्र सरकार के एक अधिकारी ने कहा है कि NEXT इसलिए आरंभ किया जा रहा है जिससे देश में मेडिकल एजुकेशन का एक स्‍तर कायम किया जा सके. ये टेस्‍ट तीन स्‍तर पर मान्‍य होगा- पोस्‍टग्रेजुएट छात्रों के लिए NEET, केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य सेवाओं में नौकरी के लिए और विदेशी ग्रेजुएट मेडिकल एग्‍जाम के लिए. इसका मतलब ये है कि मेडिकल में ग्रेजुएशन के बाद हर हालत में मेडिकल स्‍टूडेंट को NEXT पास करना होगा. तभी वह आगे की पढ़ाई या नौकरी कर सकेंगे. यही नहीं, सरकार की योजना है कि छात्र NEXT में किस तरह परफाॅर्म करेंगे, इसे भी सार्वजनिक किया जाएगा. इससे कॉलेजों की परफाॅर्मेंस भी आंकी जा सकेगी. सब इंस्पेक्टर के 600 से भी अधिक पदों पर होगी भर्ती पिजीटी के 513 पदों पर भर्ती के आवेदन प्रक्रिया शुरू