भारत की राजधानी दिल्ली की हाई कोर्ट ने केंद्र और दिल्‍ली सरकार को नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतों का हाथ होने की जांच की याचिका को लेकर नोटिस जारी किया है. ऐसी आशंका जताई जा रही है कि हिंसा के पीछे किसी विशेष संगठन का हाथ है. इसके साथ ही कोर्ट ने केंद्र सरकार को हिंदू सेना की अपील पर एआइएमआइएम नेता अबरुद्दीन औवेसी,असदुद्दीन ओवैसी और वारिस पठान को भड़काऊ भाषण देने के आरोप में एफआइआर दर्ज करने की मांग पर नोटिस जारी किया है. राज ठाकरे का पोस्टर, लिखा- घुसपैठियों की जानकारी दो 5000 का इनाम पाओ आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इधर, हिंसा भड़काने के आरोप में अमानतुल्लाह खान, स्वरा भास्कर के खिलाफ कार्रवाई और दिल्ली हिंसा की एनआइए से जांच करने की मांग वाली याचिका पर भी दिल्ली हाई कोर्ट ने केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया है.बता दें कि हिंदू सेना की ओर से हाईकोर्ट से दायर याचिका में एआईएमआईएम नेता अकबरुद्दीन ओवैसी, वारिस पठान, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया, गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, आप नेता मनीष सिसोदिया और अमानतुल्लाह खान के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है. मध्य प्रदेश व्यापम घोटाले पर अदालत में 6 मार्च को होगा कुछ खास खुलासा इस मामले को लेकर याचिका में कहा गया है कि अकबरुद्दीन ओवैसी, वारिस पठान, सोनिया, गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, आप नेता मनीष सिसोदिया और अमानतुल्लाह खान पर भड़काऊ भाषण देने के मामले में एफआईआर दर्ज की जाए. हिंदू सेना के अलावा लॉयर्स वॉयस ने भी याचिका दाखिल की है. उन्होंने कहा कि इन बयानों की जांच के लिए एसआईटी गठित कर उचित कार्रवाई की जाए. 'हैप्पीनेस क्लास' की कायल हुईं मेलानिया ट्रम्प, अनुभव को बताया अविस्मरणीय आप नेता ताहिर हुसैन के समर्थन में उतरे MLA अमानतुल्लाह खान, बोले- ये भाजपा की चाल अयोध्या मंदिर होगा विशाल, दो मंजिला मंदिर में इस स्थान पर रामलला को किया जाएगा विराजित