नई दिल्ली. राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग ने उत्तरप्रदेश सरकार को नोटिस जारी किया है. मीडिया में आई खबरों के चलते उन्होंने राज्य के मुख्य सचिव को नोटिस जारी किया है. आयोग ने मुख्य सचिव से चार सप्ताह के अंदर रिपोर्ट मांगी है. बता दे कि भीमराव आंबेडकर संयुक्त चिकित्सालय में एक पिता अपने बेटे को लेकर अस्पताल आए. वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया जिसके बाद पिता उदयवीर अपने पुत्र के शव को कंधे पर ले गए. इस संबंध में अस्पताल प्रशासन का कहना है कि पिता ने एम्बुलेंस कि कोई मांग नहीं की और वह बिना बताये ही इमरजेंसी वार्ड से बाहर चला गया. सिविल लाइन थाना क्षेत्र के विक्रमपुरा गांव निवासी उदयवीर अपने 14 वर्षीय पुत्र पुष्पेंद्र को लेकर जिला अस्पताल पहुंचा थे, बेटे के पेट में दो दिन से दर्द हो रहा था. जब वह अस्पताल में डाक्टर पीयूष त्रिपाठी के पास पहुंचे तो उन्होंने उसे देखकर बताया कि इसकी मौत हो चुकी है. उसके हार्ट व फेफड़े काम नहीं कर रहे थे. उदयवीर जिसके बाद अपने बेटे को कंधे पर लादकर अस्पताल परिसर के बाहर ले आया. इस मामले में आयोग ने एम्बुलेंस सेवाओं पर भी रिपोर्ट मांगी है. आयोग के अनुसार यह मानव अधिकारों का उल्लंघन है. आयोग ने एम्बुलेंस सेवाओं को हासिल करने की जानकारी भी मांगी है. ये भी पढ़े पाकिस्तान ने भारतीय सैनिको के शव को किया क्षत-विक्षत, राजनाथ सिंह ने बुलाई मीटिंग भारतीय सेना ने नौकरी के लिए मांगे आवेदन भागने वाले को ISIS ने बिजली के खम्भे से लटका कर दी सजा