नई दिल्ली: अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र के बाद अब भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने भी पाकिस्तान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. जी हां, एनआईए ने पाकिस्तान के एक दो नहीं बल्कि तीन राजनयिकों को वांटेड घोषित किया है, इतना ही नहीं जांच एजेंसी ने बकायदा तस्वीर भी जारी की है. ऐसा पहली बार हुआ है जब कोई पाकिस्तानी राजनयिक, एनआईए की वांटेड लिस्ट में शामिल हुआ हो. एक अंग्रेजी अखबार की खबर के मुताबिक, राजनयिक का नाम अमीर जुबैर सिद्दीकी है, उसकी तैनाती कोलंबो में पाकिस्तानी उच्चायोग में वीजा परामर्शदाता के रूप में हुई थी. यह राजनयिक उन लोगों की सूची में शामिल है जो दो पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ मिलकर अमेरिकी और इजरायली दूतावास पर 26/11 जैसा हमला करवाना चाहता था. यह कदम उस समय सामने आया है जब जांच एजेंसी इस मामले में इंटरपोल से मदद मांगने की तैयारी कर रही है. वह उन पाकिस्तानी अधिकारियों के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस चाहती है जिन्हें कथित तौर पर इस्लामाबाद बुला लिया गया है. फरवरी में एनआईए द्वारा दायर की गई चार्जशीट में जहां सिद्दीकी का नाम शामिल था, वहीं तीन अन्य अधिकारियों की पहचान नहीं हो पाई थी. सिद्दीकी के अलावा दोनों पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों को वांटेड सूची में डाला गया है, दोनों के कोड नेम 'वीनीथ' और 'बॉस उर्फ शाह' इसमें शामिल किए गए हैं. एक अधिकारी ने कहा कि यह पहली बार है जब भारत ने किसी पाकिस्तानी राजनयिक को वांटेड सूची में डाला है या उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की बात कही है. एनआईए के अनुसार पाकिस्तानी अधिकारी जो कि साल 2009 से 2016 के बीच कोलोम्बो में तैनात थे उन्होंने चेन्नई और दक्षिण भारत की दूसरी जगहों पर अपने एजेंट्स की मदद से महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर हमला करने की योजना बनाई थी. पाकिस्तान में एक लाख पश्तून सरकार के खिलाफ भारत में बिटकॉइन गिरा शोएब रखते है एक बेटे की चाहत- सानिया मिर्जा