हुबली: हुबली में कर्नाटक इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज की नर्सों ने विरोध प्रदर्शन करना बंद कर दिया है. धारवाड़ डिस्ट्रिक्ट के उपायुक्त नीतीश पाटिल से आश्वासन मिलने के बाद नर्सों ने विरोध प्रदर्शन पर ब्रेक लग दिया है. मैनेजमेंट पर कथित तौर पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन की पहल की थी. प्रदेश के धारवाड़ डिस्ट्रिक्ट में KIMS के सामने बुधवार के दिन नर्सों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया था, जिन्होंने ये आरोप लगाया कि प्रशासन ने कोरोना संक्रमण के बीच पर्याप्त व्यक्तिगत सेफ्टी उपकरण (PPE) किट, फेस मास्क और सैनिटरी फैसिलिटीज अवेलेबल नहीं कराई गई. बता दें की विरोध पर एक नर्स ने बोला कि उन्होंने हमें बताया है कि हम 'कोरोना वारियर्स' थे, लेकिन हमें खुद को बचाने के लिए उचित उपकरण नहीं दिए गए हैं. जब हमने इसे मुख्य प्रशासनिक ऑफिसर्स (सीएओ) के संज्ञान में लाया गया, तो उसने हमारे ज्ञापन को फाड़ दिया और हमारे साथ बुरा बर्ताव किया. आज हम विरोध कर रहे हैं. वहीं, मांग करने के लिए कि डीसी ने इस मुद्दे को संबोधित किया. धारवाड़ डिस्ट्रिक्ट के डीसी नितेश पाटिल ने उन्हें विश्वास दिलाया है कि वह प्रातः उनके साथ मीटिंग करेंगे और इस मुद्दे को समाधान करेंगे. भोपाल में 24 जुलाई से 10 दिन का लॉक डाउन, इंदौर कलेक्टर बोले - अभी जरुरत नहीं उत्तर प्रदेश में मानसून की रफ़्तार हुई धीमी, इन जिलों में हो सकती है तेज़ बारिश प्रियंका वाड्रा ने एक बार फिर योगी सरकार पर साधा निशाना