कर्नाटक के मंगलुरू में नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) के विरोध में प्रदर्शन के दौरान मारे गए लोगों के परिजनों से बात की जाए तो केरल के पत्रकारों को शुक्रवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था जिसे बाद में रिहा कर दिया गया था । इनकी रिहाई के लिए केरल के मुख्‍यमंत्री पिनाराई विजयन ने कर्नाटक के मुख्‍यमंत्री येदियुरप्‍पा को पत्र लिख आग्रह किया था। बता दें कि गुरुवार को मंगलुरु में हुए हिंसक प्रदर्शन के दौरान दो लोगों की मौत भी हो गई थी जिनके शवों को आज उनके परिजनों को सौंप दिया गया। मंगलुरु साउथ की पुलिस ने गिरफ्तार किए गए 6-7 पत्रकारों के रिहाई की पुष्टि की। इन्‍हें आज सुबह ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। मंगलुरु पुलिस कमिश्नर की ओर से बयान जारी कर कहा गया कि कुछ पत्रकार मान्‍यता प्राप्‍त नहीं हैं। वे किसी मीडिया संस्थान से जुड़े नहीं हैं इस कारण वे संदेह के घेरे में हैं। ये तमाम पत्रकार मृतकों के परिजनों से बात कर रहे थे। इसी दौरान उनसे पुलिस ने पहचान पत्र मांगा और नहीं दिखाने पर इन्‍हें गिरफ्तार कर लिया था। पत्र में केरल के मुख्‍यमंत्री विजयन ने कर्नाटक सीएम को संबोधित कर लिखा, ‘केरल के गिरफ्तार पत्रकारों के लिए आपसे आग्रह करता हूं कि पुलिस को आदेश दें ताकि उन्हें तुरंत आजाद किया जा सके।‘ पत्र में उन्होंने लिखा, ‘आपका ध्यान मैं इस घटना की तरफ लाना चाहता हूं जिसमें ड्यूटी के दौरान पत्रकारों को मंगलुरू में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।‘ उन्होंने कहा, ‘मैं पत्रकारों को उपद्रवियों के तौर पर प्रदर्शित करने का पुरजोर विरोध करता हूं...मीडिया की आजादी पर पाबंदी फासिस्ट दिमाग की उपज है।’कर्नाटक के मंगलुरु में नागरिकता संशोधन कानून विरोध में हिंसक प्रदर्शन के दौरान यह हादसा हुआ था जिसमें दो की मौत हो गई और 20 पुलिसकर्मी जख्मी हो गए थे। राजस्थान कांग्रेस करेगी CAA और NRC का विरोध, सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने बदली जगह मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा-'झूठ के झाड़' से 'सच के पहाड़' को नहीं छुपाया जा सकता CAA: फ़िरोज़ाबाद में प्रदर्शनकारियों ने फूंकी गाड़ियां, चौकी में भी लगाई आग