कांग्रेस सेवा दल की बुकलेट में वीर सावरकर और नाथूराम गोडसे पर छपे आपत्तिजनक बयान को लेकर कांग्रेस पार्टी सवालो के घेरे में आ गई है. इसे लेकर महा विकास अघाडी में तकरार हो गई है. शिवसेना के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने भी इस पर कांग्रेस की आलोचना की है. CAA का विरोध करने वालों को भाजपा विधायक की धमकी, कहा- अगर हम अपनी पर आ गए ना.... मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि किसी व्यक्ति को लेकर आपत्तिजनक लेख लिखना गलत है.वैचारिक मतभेद हो सकता है, लेकिन किसी को लेकर व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए. खासकर तब जब वह व्यक्ति (सावरकर) जीवित न हो। बुकलेट वापस ले ली जानी चाहिए. सीएम पिनराई विजयन का नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध जारी, कई राज्यों को लिखा पत्र इस मामले को लेकर शिवसेना ने भी कांग्रेस की आलोचना कि थी. उन्होने सीधे तौर पर कांग्रेस को इस बात के लेकर आड़े हाथ लिया था. शिवसेना ने कहा था कि इससे पता चलता है कि कांग्रेस के दिमाग में कचरा भरा है. शिवसेना नेता संजय राउत ने इसे लेकर कहा, 'वीर सावरकर एक महान व्यक्ति थे और हमेशा महान रहेंगे. उनके खिलाफ एक वर्ग बोलता रहता है. यह उनके दिमाग में जमा गंदगी को दिखाता है.' वहीं प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, 'देश में अर्थव्यवस्था, बेरोजगारी, किसानों की बदहाली जैसी कई समस्याएं हैं, लेकिन केंद्र और विपक्ष के पास सावरकर के अलावा कोई और मुद्दा ही नहीं है.' वही, बीते दिनों मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित कांग्रेस सेवादल के कार्यक्रम में वीर सावरकर पर पुस्तक बांटी गई. 'वीर सावरकर कितने वीर' नाम के इस पुस्तक में सावरकर को लेकर कुछ आपत्तिजनक बातें कही गई हैं. पुस्तक में कहा गया है कि अंडमान की सेल्यूलर जेल से रिहा होने के बाद सावरकर ने अंग्रेजों से पैसे तक लिए थे. पुस्तक में महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को लेकर भी टिप्पणियां की गई हैं. इसके बाद से कांग्रेस की आलोचना हो रही है. सागर में हादसे का शिकार हुआ एयरक्राफ्ट, दो पायलट की मौत पर सीएम कमलनाथ ने जताया शोक लालू और राबड़ी पर मोदी का सबसे बड़ा हमला, याद दिलाया 1990 का बिहार ठाकरे सरकार में फुट, उद्धव के मंत्रिमंडल से अब्दुल सत्तार ने दिया इस्तीफा