बहुत से लोगों को टैबलेट व कैप्सूल खाने में समस्या होती है. खासकर छोटे बच्चों और बुजुर्गों को ज्यादा कठिनाई होती है. कई बार इसकी कड़वाहट के चलते इनको बिना तरल पदार्थ (पानी आदि) के भी खाया नहीं जा सकता. इस समस्या को देखते हुए दवा बनाने वाली एक निजी कंपनी ने इसका विकल्प तैयार किया है. कंपनी ने पतली झिल्ली सी दिखने वाली एक फिल्म तैयार की है. सीएम मनोहरलाल के लिए दूसरी पारी चुनौती पुर्ण, इन मुश्किलों का ढुढ़ना होगा हल मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस मामले को लेकर कंपनी का दावा है कि इसे जीभ में रखते ही 30 सेकेंड में घुल जाती है और शरीर के अंदर जाकर असर दिखाना शुरू कर देती है. इंडिया एक्सपो मार्ट में इनफार्मा मार्केट्स इन इंडिया की तरफ से आयोजित हो रहे फार्मा एक्सपो में इस फिल्म का प्रदर्शन किया गया. इसे लोगों के साथ विशेषज्ञों की भी सराहना मिल रही है. श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे पहुंचे भारत, कहा- श्रीलंका और भारत के संबंधों को.. कंपनी के बिजनेस डेवलपमेंट निदेशक नीरज पी धाड़ीवाल ने बताया कि इस इस फिल्म को दवा और दवा रहित के तौर पर बनाया जाता है. देश में एक दो कंपनियां दवा वाली फिल्म बनाती हैं, लेकिन इसकी अधिक वैरायटी नहीं है. इस फिल्म पर पांच वर्ष पहले काम करना शुरू किया था और करीब दो वर्ष तक शोध किया. अभी करीब 10 बीमारियों के लिए दवा वाली फिल्म तैयार की गई है, जिनमें माइग्रेन, एलर्जी, सप्लीमेंट, नींद, बेचैनी, उल्टी, शुगर आदि शामिल हैं.उन्होंने बताया कि फिल्म को तैयार करने में फलों का इस्तेमाल किया जाता है. इसका भार करीब 60 मिलीग्राम तक होता है. उन्होंने बताया कि आम दवाइयां जहां अपना प्रभाव करीब 30 मिनट में दिखाना शुरू करती हैं. यह 10 से 15 मिनट में असर दिखाना शुरू कर देती हैं. विभिन्न बीमारियों के हिसाब से एक स्ट्रिप की कीमत 5 से 50 रुपये के बीच होती है. बिना डॉक्टर के सलाह के इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. छत्तीसगढ़ में पुलिस और नक्सलियों की मुठभेड़, एक महिला समेत तीन नक्सली गिरफ्तार आदिवासी उद्यमी ने खोला अपना पिज्जा शॉप, इस योजना ने किया सपना साकार 1984 सिख दंगा मामला : सुप्रीम कोर्ट ने लिया बड़ा निर्णय, कहा- प्रस्तुत रिपोर्ट पर विचार..