भारत के राज्य जम्मू-कश्मीर में नया सियासी मंच तैयार करने में जुटे पूर्व वित्तमंत्री अल्ताफ बुखारी परिस्थितियों के अनुकूल रहने पर अगले दो-तीन दिन में अपने संगठन का एलान कर सकते हैं. इस बीच, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के संरक्षक मुजफ्फर हुसैन बेग से उनकी मुलाकात ने भी नई सियासी अटकलों को जन्म दे दिया है. बुखारी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं. वह कहते हैं कि आप बस इंतजार करिए, जो होगा जम्मू-कश्मीर के लोगों के हित में ही होगा. Corona Virus: पाक छात्रों के परिजनों ने इमरान को दी धमकी, तीन दिन में बच्चे वापस नहीं आए तो... आपकी जानकारी के लिए बता दे कि बुखारी को पीडीपी के ताकतवर नेताओं में गिना जाता रहा है. बुखारी के करीबियों ने बताया कि वह इस समय अपने साथियों और समर्थकों के साथ नए राजनीतिक मंच को लेकर गहन विचार विमर्श की प्रक्रिया मे हैं. कई पुराने नेता चाहते हैं कि वह नया मंच बनाने से पूर्व पीडीपी को दोबारा खड़ा करने के विकल्प पर विचार करें. अगर वह चाहें तो पीडीपी के नेताओं की बैठक बुलाकर नए पदाधिकारियों को चुना जा सकता है, लेकिन उन्होंने इस विकल्प से कथित तौर पर इन्कार किया है. 'क्या भारत का मतलब केवल गुजरात है....' , ट्रम्प के अहमदाबाद दौरे पर NCP का तंज इस मामले को लेकर बुखारी ने पीडीपी के संरक्षक मुजफ्फर हुसैन से भी गत दिनों एक मुलाकात की है. बेग बीते कुछ महीनों के दौरान कई बार महबूबा की नीतियों की आलोचना करते हुए जम्मू-कश्मीर की मौजूदा स्थिति के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहरा चुके हैं. बताया जा रहा है कि बुखारी चाहते हैं कि बेग उनका साथ दें. बेग का साथ मिलने पर महबूबा अकेली पड़ जाएंगी. एक तरह से पीडीपी के लगभग सभी पुराने नेता और कैडर बुखारी के साथ चला जाएगा. बेग का जवाब गुरुवार शाम तक नहीं मिला था. बुखारी उनके जवाब के बाद ही अपना अगला सियासी कदम उठाने के मूड़ में हैं. अगर नहीं करवाई नसबंदी तो गंवानी पड़ेगी नौकरी, कमलनाथ सरकार का अधिकारियों को फरमान आय से अधिक संपत्ति का मामला, कांग्रेस नेता शिवकुमार के घर पर फिर पड़ा छापा महाराष्ट्र चुनाव के बाद आज पहली बार मिलेंगे मोदी और उद्धव, दिल्ली में होगी मुलाकात