काबुल: आतंकी संगठन तालिबान ने रविवार को पाकिस्तानी सेना की सहायता से अफगानिस्तान के पंजशीर इलाके पर अटैक किया, जिसमें नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट (NRF) के प्रवक्ता फहीम दश्ती की मौत हो गई। इसके साथ ही, तालिबान के हमले में फ्रंट के शीर्ष कमांडर जनरल साहिब अब्दुल वदूद की भी जान चली गई। दश्ती और वदूद की मौत को ताजिक मूल के विद्रोही नेता और NRF के प्रमुख अहमद मसूद के लिए बहुत बड़ा झटका माना जा रहा है। ये दोनों मसूद के बेहद करीबी और विश्वसनीय माने जाते थे। सोशल मीडिया पर कहा जा रहा है कि न्यूज़ चैनल BBC की एक गलती से फहीम दश्ती की जान चली गई। I was watching an interview of @FahimDashty with @bbcpersian. At one point the former's video disappeared. Instead, his satellite phone number was displayed on the screen. The BCC failed to ensure its anonymity. There are allegations that a drone traced has him via this number: pic.twitter.com/oI7mANuVuP — Zalmai Nishat (@ZalNishat) September 5, 2021 सोशल मीडिया पर लोग सवाल उठा रहे हैं कि फहीम के संबंध में तालिबान को जानकारी कैसे मिली? इसके लिए लोग BBC को दोषी ठहरा रहे हैं। लोगों का कहना है कि BBC ने फहीम का सेटेलाइट नंबर सार्वजनिक किया, जो तालिबान के लिए काम का साबित हुआ और उसने नंबर को ट्रेस कर फहीम पर हमला कर दिया। मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि पाकिस्तानी फ़ौज के साथ मिलकर तालिबान ने जब पंजशीर पर हमला किया और रेजिस्टेंस फ्रंट के नेताओं को टारगेट किया, तब अहमद मसूद के साथी फहीम दश्ती BBC को साक्षात्कार दे रहे थे। खुद को नीति विशेषज्ञ बताने वाले जलमई निशत ने अपने ट्विटर अकाउंट @ZalNishat से ट्वीट करते हुए कहा है कि जब वे BBC पर्शिया पर फहीम का इंटरव्यू देख रहे थे, उसी दौरान फहीम से BBC का कनेक्शन कट गया और उनका सेटेलाइट मोबाइल नंबर स्क्रीन पर फ्लैश होने लगा। यूज़र्स का कहना है कि इसी सेटेलाइट नंबर के आधार पर तालिबान ने फहीम को ट्रेस कर लिया और आतंकी उन तक पहुँच गए। इसके बाद तालिबान ने ड्रोन से अटैक कर फहीम और उनके साथियों को निशाना बनाया। सोशल मीडिया पर लोगों ने फहीम की मौत के लिए पूरी तरह BBC को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। TotalEnergies ने इराक में तेल, गैस और सौर ऊर्जा के लिए एग्रीमेंट पर किया हस्ताक्षर T-20 वर्ल्ड कप के लिए पाकिस्तान ने किया टीम का ऐलान, कई स्टार खिलाड़ी बाहर सामने आई 'तालिबानी राज' की पहली तस्वीर, अब स्कूल-कॉलेजों में इस तरह पढ़ेंगे विद्यार्थी