शुक्रवार को तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर यहां आए नवनिर्वाचित श्रीलंकाई राष्ट्रपति गोतबया राजपक्षे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के साथ महत्वपूर्ण क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा करेंगे. राजपक्षे गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पहुंचे थे. राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभालने के बाद यह उनकी पहली विदेश यात्रा है. उनका स्वागत केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने किया. हेलीकॉप्टर से एयरलिफ्ट में हुई चुक, महिला को आए चक्कर मीडिया रिपोर्ट के अनुसार श्रीलंका के राष्ट्रपति एक उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ यहां पहुंचे हैं, जिसमें विदेश सचिव रविनाथ आर्यसिंह और ट्रेजरी सचिव एस आर एट्टीगले शामिल हैं. शुक्रवार को, राजपक्षे राष्ट्रपति भवन में एक औपचारिक स्वागत समारोह में शामिल होंगे और महात्मा गांधी के स्मारक राजघाट पर माल्यार्पण करेंगे.हैदराबाद हाउस में बातचीत करने के बाद, पीएम मोदी और राजपक्षे अपनी तरफ से प्रेस वक्तव्य जारी करेंगे. श्रीलंका के नेता बाद में विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से भी मुलाकात करेंगे. उनके शनिवार को दिल्ली में एक कार्यक्रम में भी शामिल होने की उम्मीद है. बाद में शाम को राजपक्षे श्रीलंका के लिए रवाना होंगे. व्हाट्सएप मामला: कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद बोले, कोई अनधिकृत जासूसी नहीं हुई, सुरक्षा से सम्बंधित है मुद्दा अपने बयान में विदेश मंत्रालय (MEA) ने एक बयान में कहा था कि भारत सरकार श्रीलंका में नई सरकार के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार है और उम्मीद जताई है कि यह द्वीप राष्ट्र में रहने वाले तमिल समुदाय की आकांक्षाओं को पूरा करेगी. बता दें कि 70 वर्षीय राजपक्षे ने श्रीलंका में हाल ही में संपन्न राष्ट्रपति चुनावों में यूनाइटेड नेशनल पार्टी (यूएनपी) के उम्मीदवार साजिथ प्रेमदासा को 13 लाख से अधिक मतों से हराया था. वे राष्ट्रपति बनने वाले राजपक्षे परिवार के दूसरे सदस्य हैं. शिवसेना ने बाला साहब की आत्मा को सोनिया गाँधी के हाथों गिरवी रख दिया - गिरिराज सिंह संजय राउत ने पूर्व सीएम को लिया आड़े हाथ, कहा- विरोधी दल नेता...ट्रंप ने बेवजह ही नही की अफगानिस्तान की यात्रा, जाने क्या है सच