नवग्रहों और उनके अलग-अलग रत्न होते है और किसी योग्य ज्योतिषी की उचित सलाह से ही रत्नों को धारण करना चाहिये। गलत या मनमर्जी से रत्न धारण करने से परेशानी भी उत्पन्न हो सकती है। ज्योतिष शास्त्र में अलग-अलग ग्रहों के अलग-अलग रत्नों को बताया गया है। कौन सा ग्रह और कौन सा उचित रत्न सूर्य ग्रह - माणिक्य रत्न चंद्रमा ग्रह - मोती मंगल ग्रह - मूंगा बुध ग्रह- पन्ना बृहस्पति ग्रह - पुखराज शुक्र ग्रह- हीरा शनि ग्रह- नीलम राहु ग्रह- गोमेद केतु ग्रह- वैदूर्य बुजुर्ग का कभी न करें अपमान तो नहीं पनप सकोगें हल्दी की गांठ रखे तो हो विवाह की बाधा दूर यदि नहीं धारण कर सके रत्न तो यंत्र भी करें काम