भारतीय शास्त्र के अनुसार नवरात्रि हर साल अश्विन माह के शुक्ल पक्ष से मनाई जाती है। यह दशहरे से एक दिन यानी नवमी तक मनाई जाती है। हर साल हिंदू धर्म मेंं इस त्यौहार को बडी धूम-धाम से मनाया जाता है। रात के वक्त हर जगह गरबा करके मां की आराधना की जाती है लेकिन आपने एक चीज देखी होगी पूजा अधिकतर रात को की जाती है जिसका अलग ही प्रभाव देखने को मिलता है। यह बहुत कम लोग जानते हैं कि रात को पूजा करने बहुत अधिक महत्व होता है। नहीं जानते तो चलिए आपको बताते हैं - यहां विशाल और आकर्षक होंगे माँ दुर्गा के गुंबदनुमा पंडाल आपको बता दें, जब तक मनुष्य पूरे ध्यान से भगवान जी की आराधना नहीं करता है उसकी मनोकामना भी आधी ही पूरी होती हैं। जी हां, आराधना के लिए शांत वातावरण के साथ ही आपका मन स्थिर होना आवश्यक है ताकि ध्यान करते समय आपका मन पूरा भगवान जी के पूजा-पाठ में ही लगा रहे इसलिए नवरात्रि में मां की पूजा रात के वक्त की जाती है। ऐसा करने से आपको सिद्धि प्राप्ति भी होती है। नवरात्रि के नौ दिन भूलकर भी ना करें ये काम नवरात्रि तो सभी लोग मनाते हैं लेकिन नवरात्रि का मतलब बहुत कम लोग जानते हैं। आपको बता दें नवरात्रि मतलब नव अहोरात्रों से हैं। इस वक्त मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा करने से मनो कामना पूरी होती है। नवरात्रि के दौरान साधु भी मां के अलग-अलग रूपों की आराधना करते हैं ताकि वह आध्यात्मिक शक्ति प्राप्त कर सकें। यह भी पढ़ें कई सालों बाद बना ऐसा दुर्लभ संयोग, माँ दुर्गा करेंगी धन की वर्षा बस करना होगा ये काम नवरात्री 2018: क्या आप जानते हैं कैसे हुई देवी दुर्गा की उत्पत्ति ? नवरात्र 2018 : पुलिस से लेकर होमगार्ड तक तैनात, ऐसे होगी माँ चामुंडा मंदिर की सुरक्षा