कच्चे केले बेहद पौष्टिक होते हैं और यह फाइबर, बीटा-कैरोटिन, कैल्शियम, विटामिन ए और सी का भी एक अच्छा स्त्रोत है। ग्लूटन फ्री इस फल का उपयोग आप कई तरह के व्यंजनों को बनाने में कर सकते हैं। दमन में स्थित होटल द देल्तीं के सीनियर शेफ विजेश मोदी ने एक शाकाहार व्यंजन का जिक्र किया है जो न केवल नवरात्रि में व्रत के दौरान उपयुक्त है बल्कि रोजमर्रा के भोजन में भी इसे खाया जा सकता है आवशयक सामग्री : 2 छोटे कच्चे केले 2 मध्यम आकार के आलू 1/4 कप कसावे का आटा 1 टीस्पून लाल मिर्च पाउडर 1 टीस्पून पुदीने के सुखे पत्ते हिमालयन सॉल्ट (सेंधा नमक) 3 टेबलस्पून तेल बनाने की विधि : सबसे पहले केले और आलू को प्रेशर कूकर में डाल दें और इसके बाद इन्हें तीन सीटी लगने या दस मिनट तक पका लें। इस प्रक्रिया में हड़बड़ी बिल्कुल न करें क्योंकि हमारा मकसद इन्हें ऐसे पकाना है जिससे कि ये बिल्कुल सॉफ्ट हो जाए और इन्हें अच्छे से मैश किया जा सके। इसके बाद इन्हें कूकर के गर्म पानी से निकाल लें और कुछ देर तक ठंडा होने के लिए छोड़ दें। कुछ देर बाद आलू और केले के छिलके को छील लें और इन्हें एक-एक कर किसी बड़े बर्तन में डालते जाएं। इसके बाद उबले आलू और केले को चम्मच या पोटैटो मैशर से मसल लें। इसके बाद इसमें ऊपर लिखे सभी मसालों को बारी-बारी से डालते जाएं और कसावे के आटे को मिलाएं और सबको अच्छे से मिला लें और एक अच्छा मिश्रण तैयार कर लें। इस प्रक्रिया के बाद अपनी हथेलियों को चिकना कर लें और इस मिश्रण को थोड़ा-थोड़ा लेकर टिक्की के आकार का बना लें। अब पैन को गैस पर चढ़ाकर उसमें तेल डाल लें और तेल के गर्म होने के बाद उनमें एक-एक कर इन टिक्कियों को रख दें। धीमे आंच पर इन्हें 8-10 मिनट तक पकाए और इसके बाद इन्हें पलट दें और फिर हल्के सुनहरे होने तक पकाएं। दोनों साइड से अच्छे से पक जाने के बाद इन्हें एक प्लेट पर निकाल लें। व्रत की रेसिपी : पौष्टिकता से भरपूर फलाहारी आलू का चीला नवरात्री फलाहार रेसिपी : सिंघारे के आटे की रेसिपी स्वादिष्ट और लाजबाब लिठ्टी के चोखे की रेसिपी